• यहाँ प्रति दिन 60K लीटर ताजा माल्ट स्पिरिट का उत्पादन किया जाएगा और यह भारत में सबसे बड़ी डिस्टिलरीज में से एक होगी।
• इससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में परिवर्तन आएगा, और पेरनोड रिकार्ड इंडिया का यह निवेश स्थानीय समुदायों की वृद्धि और विकास में मुख्य भूमिका निभाएगा।
महाराष्ट्र। वाइन और स्पिरिट उद्योग में विश्व की अग्रणी कंपनी, पेरनोड रिकार्ड इंडिया ने आज महाराष्ट्र के नागपुर में अपनी माल्ट स्पिरिट डिस्टिलरी स्थापित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। नागपुर के औद्योगिक क्षेत्र, बुटीबोरी में स्थित यह डिस्टिलरी भारत की सबसे बड़ी माल्ट स्पिरिट डिस्टिलरीज़ में से एक होगी। यह समझौता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल में योगदान देने के लिए पेरनोड रिकार्ड इंडिया द्वारा इस दशक में €200M तक का निवेश करने की योजना का एक हिस्सा है। इस एमओयू पर हस्ताक्षर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़णवीस; महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री श्री उदय सामंत; महाराष्ट्र के उत्पाद शुल्क मंत्री, श्री शंभुराज देसाई और मुख्य सचिव उद्योग, डॉ. हर्षदीप कांबले की उपस्थिति में किए गए। इस अवसर पर जीन टुबुल, सीईओ, पेरनोड रिकार्ड इंडिया; प्रसन्ना मोहिले, हेड, राष्ट्रीय कॉर्पोरेट मामले, पेरनोड रिकार्ड इंडिया और गगनदीप सेठी, सीनियर वीपी, इंटीग्रेटेड ऑपरेशंस, पेरनोड रिकार्ड इंडिया भी उपस्थित थे।
पेरनोड रिकार्ड इंडिया की यह डिस्टिलरी शुरू हो जाने के बाद यहाँ 700 से 800 लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है। ये रोजगार न केवल डिस्टिलरी के निर्माण चरण के दौरान, बल्कि संयंत्र के चालू होने के बाद भी उत्पन्न होंगे। इससे एक तात्कालिक प्रभाव तो पड़ेगा ही, साथ ही एक रिप्पल प्रभाव भी उत्पन्न होगा, जिससे पूरे क्षेत्र में परोक्ष (इंडायरेक्ट) रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
भारत एल्को-बेव उद्योग में ग्लोबल लीडर, पेरनोड रिकार्ड समूह के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। पेरनोड रिकार्ड इंडिया न केवल देश में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि किसानों पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसरों और कौशल विकास के अभियानों को भी प्रोत्साहित कर रहा है। इस परियोजना के माध्यम से, पेरनोड रिकार्ड इंडिया द्वारा हर साल पूरे देश के किसानों से 50,000 टन तक जौ खरीदी जाएगी। आने वाले समय में, कंपनी का उद्देश्य महाराष्ट्र राज्य में जौ की खेती की क्षमता का विकास कर किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करना है।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री, श्री देवेन्द्र फड़नवीस ने कहा, “हमारा मानना है कि किसी भी राज्य के विकास का पहला कदम वहाँ के बुनियादी ढाँचे का विकास होता है। हमें खुशी है कि पेरनोड रिकार्ड इंडिया क्षेत्र और देश के आर्थिक एवं कौशल विकास में निवेश करने के हमारे दृष्टिकोण में विश्वास करता है। यह डिस्टिलरी रोजगार के अवसरों और सहायक उद्योगों एवं सेवाओं के विकास की मजबूत नींव रखेगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे क्षेत्र के हजारों किसानों को स्थिर आय अर्जित करने और कृषि में विविधीकरण तथा स्थिरता लाने के लिए एक मंच मिलेगा।”
महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) और पेरनोड रिकार्ड इंडिया मिलकर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं और डिस्टिलरी स्थापित करने के लिए एक उपयुक्त जगह तलाश चुके हैं। महाराष्ट्र राज्य में परियोजना के लिए नियामक मंजूरी दिलाने और इसे सफल बनाने के लिए आवश्यक सहयोग और सहायता एमआईडीसी ने उपलब्ध कराई। यह प्रकल्प महाराष्ट्र में हो रहे औद्योगिक और संतुलित विकास का एक प्रतीक है। ऐसे विदेशी निवेश विदर्भ क्षेत्र में हो रही प्रगति को दर्शाते हैं और महाराष्ट्र के ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य को पूरा करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
पेरनोड रिकार्ड इंडिया के सीईओ जीन टुबुल ने कहा, “हमें नागपुर, महाराष्ट्र में भारत की सबसे बड़ी माल्ट स्पिरिट डिस्टिलरीज में से एक की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह पहल ‘मेक एंड इनोवेट इन इंडिया’ के हमारे समर्पित प्रयासों का हिस्सा है। हमें विश्वास है कि इससे भारत उच्च गुणवत्ता के माल्ट के उत्पादन में विश्व के मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लेगा। इस डिस्टिलरी की स्थापना से महाराष्ट्र राज्य में और नागपुर एवं आसपास स्थित विभिन्न सहयोगी क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, इस संयंत्र की स्थापना का उद्देश्य स्थानीय उद्यमियों और किसान समुदायों को विकास के नए रास्ते प्रदान करना है। 30 साल से ज्यादा समय से एल्को-बेव सेगमेंट में अग्रणी भूमिका निभाते हुए हमारी भारत-रणनीति समावेशी और सस्टेनेबल विकास पर केंद्रित है। हमें महाराष्ट्र सरकार के साथ काम करने पर गर्व है क्योंकि हम दोनों का दृष्टिकोण समान है।”
माल्ट स्पिरिट डिस्टिलरी की प्रक्रियाओं में शुरू से ही सस्टेनेबल विधियों और टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा।
पेरनोड रिकार्ड इंडिया का उद्देश्य ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने के देश के लक्ष्य को गति प्रदान करना है। इस निवेश के साथ कंपनी सस्टेनेबल और समावेशी विकास की नींव रख रही है, जिससे समुदायों का उत्थान होगा, आर्थिक गतिविधियों में सुधार होगा, सामाजिक एकजुटता बढ़ेगी और खुशहाली आएगी।