निजी बस चालक कर रहे हैं सवारियों का जमकर शोषण
- सहारनपुर से हो रहा था बसों का संचालन
- बस मालिकों ने किया अचानक संचालन बंद
- दैनिक यात्री हैं बेहाल, वसूल जाता है अधिक किराया
- सीएनजी टैम्पो चालक चलाते हैं मनमर्जी
छुटमलपुर। निजी बस मालिकों की हठधर्मिता के चलते करीब आधा सैकड़ा गांव के लोग टैम्पो चालकों के मनमाना किराया वसूलने से परेशान हैं। उन्होंने परिवहन विभाग से रुट पर निजी बसों के संचालन की गुहार लगाई है। निजी क्षेत्र की 38 बसों का संचालन सहारनपुर शहर के कम्पनी बाग स्थित बस अड्डे से हो रहा था। जो पुवांरका, लखनौती होते हुए बरौली तक जाती थीं। इन बसों के मालिकों ने अचानक संचालन बंद कर दिया। जिससे जनता रोड पर पड़ने वाले विशेषकर लखनौती, लंढौरा, सरखडी खेड़ा, हसंवाली, झिंझोली व करौंदी समेत करीब आधा सैकड़ा गांवों के हज़ारों लोग जो प्रतिदिन इन बसों में सवार होकर सफर करते थे परेशान हैं।
दैनिक यात्री अलीम, मांगेराम, सुनील, शराफत, अख्तर, अकील, विकास, सुभाष, यामीन, राजकुमार, विपिन, सलीम, सुक्खा, अरविंद, सुरेश, विकास, रवि, विशाल, महेश, तस्लीम, गोपाल, यासीन, अकबर, महरोज़, शौकीन, महताब, नितिन, राजू, मुकीम, सलमान आदि का कहना है कि बस संचालकों ने बिना किसी कारण के बसों का संचालन बंद कर दिया। जिससे उन्हें सहारनपुर के अलावा रास्ते मे पड़ने वाले गांवों में आने जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक यात्रियों का कहना है कि इस रूट पर अब केवल सीएनजी टैम्पो का संचालन हो रहा है। जो किराया भी अपनी मनमर्जी से वसूल रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि टैम्पो चालक सीमा से अधिक सवारियां भरते हैं जिससे दुर्घटना होने का भी डर बना रहता है।
सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट भी है इसी रुट पर
गौरतलब है कि इसी रुट पर सीएम योगी आदित्य नाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट शाकुम्भरी विश्व विद्यालय भी ग्राम पुवांरका में स्थित है। जिसमे सैकड़ों छात्र छात्राएं प्रतिदिन पढ़ने के लिए आते हैं। बसों का संचालन बंद होने से स्कूली बच्चों को भी आने जाने के लिए घण्टों सवारियों की प्रतीक्षा करनी पड़ती है। जिससे उनका काफी समय बर्बाद होता है। यात्रियों व स्कूली छात्रों ने परिवहन विभाग से बसों का पुनः संचालन कराए जाने के साथ ही टैम्पो चालकों के शोषण से निजात दिलाने की मांग की है।
रिपोर्ट-मौ.खालिद शर्फी/सोनू राणा