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हैदराबाद मैराथन में चमोली जिले के वाण गांव की भागीरथी देवी ने तीसरा स्थान पाया

चमोली : तेलंगाना के हैदराबाद शहर में रविवार को एनएमडीसी द्वारा आयोजित 42 किलोमीटर की ओपन मैराथन को चमोली जनपद में देवाल ब्लाक के दूरस्थ गांव वाण की भागीरथी विष्ट ने 3 घंटे 15 मिनट 15 सेकंड में पूरा करने के बाद तृतीय स्थान प्राप्त कर ट्राफ़ी और 200000 लाख रुपये की नगद प्राइज मनी पर कब्जा किया हैं।भागीरथी की इस कामयाबी से राष्ट्र स्तर पर प्रदेश के साथ साथ जनपद व क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है।मैराथन दौड़ के इस कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी भी शामिल रहें,23 वर्षीय भागीरथी की इस उपलब्धि पर जनपद चमोली सहित देवाल क्षेत्र में भी खुशी का माहौल है।
भागीरथी बिष्ट के कोच हिमाचल के सिरमोर निवासी और अंतराष्ट्रीय मैराथन एथलीट सुनील शर्मा ने बताया कि भागीरथी विष्ट ने 42 किलोमीटर दौड़ करीब 3 घंटा 15 मिनट 15 सेकंड में पूरी कर तृतीय स्थान प्राप्त स्थान किया हैं।।उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी पंजाब के अटारिया अमृतसर और जम्मू-कश्मीर व ऋषिकेश मैराथन में भी भागीरथी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।इन दिनों फ्लाइंग गर्ल भागीरथी अपनी रफ्तार से दुनिया के फलक पर अपनी चमक बिखेरने के लिए उत्तराखण्ड के पौड़ी जनपद स्थित रासी स्टेडियम में कड़ी मेहनत कर रही है।
चमोली जनपद के अंतिम विकासखंड देवाल में वाण गांव से आने वाली भागीरथी को संघर्ष और संसाधनों के आभाव में यह दौड़ का हुनर विरासतन मिला हैं।भागीरथी अपने पाँच भाई बहिनों में सबसे छोटी हैं।तीन वर्ष की छोटी आयु में भागीरथी के पिता की असमय मृत्यु हो गई थी।बताया कि वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने भाई बहिनों के साथ मिलकर घर का सारा काम करती थी।यहां तक कि भाईयो की अनुपस्थिति में अपने खेतों में हल भी खुद ही लगाया करती थी।भागीरथी का एक ही सपना है कि एक दिन ओलिंपिक खेलों में जाकर में राष्ट्र के लिए मैराथन में गोल्ड मैडल जीतकर देश का नाम रोशन करना।

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