जाने आखिर कैसे डूब गई टाइटन पनडुब्बी ? ओशनगेट कंपनी का बयान जारी…

• टाइटन पनडुब्बी का मलबा मिला, सभी यात्रियों की मौत
• कंपनी ने कहा- हमने सभी पांच यात्रियों को खो दिया
• हादसे में कंपनी के सीईओ स्टॉकटन रश की भी मौत
न्यूयॉर्क: टाइटैनिक का मलबा देखने गई टाइटन पनडुब्बी समुद्र में डूब चुकी है। टाइटैनिक का मलबा दिखाने वाली कंपनी ओशनगेट ने कहा है कि हमने टाइटन पनडुब्बी के चालक दल से पांच सदस्य दुखद रूप से खो दिए हैं। इस हादसे में कंपनी के संस्थापक और सीईओ स्टॉकटन रश की भी मौत हो गई है। इस पनडुब्बी पर पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद अपने बेटे सुलेमान दाऊद के साथ सवार थे | पनडुब्बी में सवार पाकिस्तानी अरबपति समेत सभी लोगों की मौत की भी पुष्टि हो गई है। टाइटन पनडुब्बी का मलबा कनाडा की एक रिमोटली ऑपरेटेड यूएवी ने बीते शुक्रवार को बरामद कर लिया। यह मलबा टाइटैनिक के पास ही पड़ा हुआ था। हालांकि, इन पांचों में से किसी का शव बरामद नहीं किया जा सका है।
टाइटन पनडुब्बी रविवार को भारतीय समयानुसार शाम सात बजे के आसपास समुद्र में लापता हो गई थी। इस पनडुब्बी में पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद, उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग, पॉल-हेनरी नार्जियोलेट और ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश सवार थे। इनसे संपर्क टूटने के बाद से ही उत्तरी अटलांटिक महासागर के 300 मील के दायरे में खोज अभियान चलाया जा रहा था। इसमें अमेरिकी और कनाडा की नौसेना के अलावा कई प्राइवेट एजेंसियां भी शामिल थीं। इस पनडुब्बी में 96 घंटे का ऑक्सीजन होने का दावा किया जा रहा था, हालांकि विशेषज्ञों को इस दावे पर शुरू से ही शक था।
ओशनगेट ने बयान जारी करते हुए कहा कि अब हम मानते हैं कि हमारे सीईओ स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट को खो दिया गया है। बयान में आगे कहा गया है कि ये लोग सच्चे खोजकर्ता थे, जिनमें रोमांच की एक अलग भावना और दुनिया के महासागरों की खोज और सुरक्षा के लिए गहरा जुनून था। इस दुखद समय में हमारे दिल इन पांच आत्माओं और उनके परिवारों के प्रत्येक सदस्य के साथ हैं। हम उनके द्वारा जान-पहचान वाले सभी लोगों के लिए लाए गए जीवन और खुशी के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं।
कैसे डूबी टाइटन पनडुब्बी
मलबे के शुरुआती विश्लेषण से पता चला है कि टाइटन पनडुब्बी विस्फोट के कारण डूब गई थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि विस्फोट इसके उपकरणों या ऑक्सीजन टैंक में हो सकता है। यह पनडुब्बी 4000 मीटर की गहराई तक गोता लगाने में सक्षम थी। इतनी गहराई पर दबाव सतह से 296 गुना ज्यादा होता है। अगर पनडुब्बी बहुत तेजी से नीचे जाए, तब भी विस्फोट की परिस्थिति बन सकती है। ओशनगेट ने भी कहा है कि वह मलबे का विस्तृत विश्लेषण करने के बाद ही दुर्घटना के कारणों का खुलासा कर सकेगी।
नोट: जीटा न्यूज अभी इन पांचों की मौत की पुष्टि नहीं करता है क्युकी अभी तक पांचों सवार व्यक्तियों की बॉडी लापता है |