जब तक नहीं बढ़ेगी प्लेटफार्म की लंबाई तब तक पैसेंजर ट्रेन में कोचों की संख्या बढ़ना संभव नहीं।
बिजनौर – ( नजीबाबाद ) आदर्श नगर निवासी आरटीआई कार्यकर्ता मनोज शर्मा पूर्व में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजें एक पत्र में कहा था कि उत्तराखंड के प्रवेश द्वार पर स्थित नजीबाबाद रेलवे स्टेशन जहां से कोटद्वार के लिए मात्र 3 पैसेंजर ट्रेन है और इन तीनों पैसेंजर ट्रेन में मात्र 3 रेलवे कोच हैं जिनमे 1 कोच महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए रिजर्व है और इनके अलावा मात्र 2 कोच बचे हैं जिनमें बड़ी संख्या में पैसेंजर खड़े होकर या डाले पर लटक कर कोटद्वार के लिए आते जाते है वहीं कोटद्वार में सिद्दवाली बाबा का प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर भी है जहां भक्तगण रोजाना बडी संख्या में आते जाते रहते हैं ट्रेन में मात्र दो कोच होने से पैसेंजरो की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है अत इन पैसेंजर ट्रेनों में कोच की संख्या बढ़ाई जाए इससे पैसेंजरों को भी राहत की सांस मिलेगी तथा रेलवे को भी आय होगी इसी परिपेक्ष में उत्तर रेलवे के उप महाप्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने आरटीआई कार्यकर्ता को बताया कि प्लेटफ़ॉर्म की लंबाई की कमी के कारण उक्त यात्री ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाना परिचालन रूप से संभव नहीं है। ट्रेनों को नजीबाबाद के प्लेटफार्म नंबर 4 से चलाया जा रहा है, जिसकी क्षमता केवल तीन आईसीएफ कोचों की है। स्मरण रहे नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर चार पर निर्माण कार्य होने के कारण रेलवे ने नजीबाबाद -कोटदवार के बीच चलने वाली ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर तीन से चलाया है। अधिकांश समय प्लेटफार्म नंबर तीन खाली रहता है। कोटद्वार से दिल्ली जाने आने वाली गढ़वाल एक्सप्रेस व सिद्धबली एक्सप्रेस प्लेटफार्म तीन पर आती है और दिल्ली से कोटद्वार आने वाली गढ़वाल एक्सप्रेस प्लेटफार्म एक या तीन व सिद्धबली एक्सप्रेस भोर में प्लेटफार्म एक पर आती है। ऐसी स्थिति में उत्तर रेलवे के उप महाप्रबंधक अजय कुमार सिंघल का प्लेटफार्म की लंबाई को कम बताकर कोच बढ़ाने का तर्क किसी के गले नहीं उतर रहा है। नागरिकों का कहना है नजीबाबाद -कोटदवार के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में दो और कोच बढ़ाने है लेकिन रेलवे प्रशासन मानों इस ट्रेन में 10-14 कोच बढ़ाने का मन बना रहा हो और प्लेटफार्म की लंबाई कम है। रेलवे के उप महाप्रबंधक का तर्क नाच न जाने आंगन छोटा चरितार्थ हो रहा है।