जिला पोषण समिति की बैठक आयोजित की गयी।

बिजनौर – जिला पोषण समिति की बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित की गयी, जिसमें मुख्य विकास अधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए गए कि बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सुपरवाइजर को दायित्व सौंपते हुए ग्रामवार कैंपों का आयोजन करें और प्रतिदिन 1000 जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए माह नवंबर के अंत तक प्रतिशत रूप से जन्म प्रमाण पत्र बनवाना सुनिश्चित करें। जो बच्चे 21 दिन से ज्यादा अधिक के हो चुके हैं उन बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र का आवेदन पत्र संबंधित उप जिलाधिकारी की संस्तुति से प्राप्त कर पंचायत सचिव द्वारा ही बनाया जाएगा, जिसका समस्त कार्य आनलाइन पोर्टल पर पूरा किया जाएगा। पोषण से संबंधित जो भी कार्य संपादित किए जाएं उनको तत्काल निर्धारित पोर्टल पर फीड कराना सुरक्षित करें ताकि कार्य की प्रगति और जिले की रैकिंग प्रभावित न होने पाए। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर वज़न मशीन सहित सभी उपकरण अद्यतन होने चाहिए, यदि किसी केंद्र पर कोई समस्या हो तो अवगत कराएं ताकि उसका निराकरण किया जा सके।बच्चों का वजन, लम्बाई आदि कार्य को समुचित एवं मानक के अनुरूप सम्पादित कराएं ताकि कुपोषित बच्चों का मानक के अनुसार चिन्हिकरण संभव हो सके। डीपीओ सभी सीडीपीओ और अपने अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यों की मॉनिटरिंग करें और जिस स्तर पर कार्य में शिथिलता पाई जाए, संबंधित को सचेत करने की कार्यवाही करें, यदि उसके बाद भी कार्य की गुणवत्ता में सुधार नहीं पाया जाता तो उसका जवाब तलब करें। जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं एएनएम द्वारा फीडिंग कार्य में शिथिलता और कार्यों के प्रति लापरवाही प्रकाश में आती है, उनके खिलाफ कार्यवाही करें। कुपोषित बच्चों का चिन्हिकरण कर उन्हें एनआरसी में भेजें। जिला समन्यवयक एवं ब्लॉक समन्वयकों से पोषण मिशन एवं पोषण ट्रेकर का कार्य सम्पादित कराएं तथा ईकवच सहित अन्य विभागीय एप्लिकेशन्स पर फीडिंग एवं मॉनीटरिंग का कार्य भी सम्पादित कराया जाए। पुष्टाहार का नियमित और समयबद्वता के साथ वितरण सुनिश्चित करें।