
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र के सालरा गांव में मंदिर में प्रवेश करने पर दलित युवक को रात भर बंधक बना कर जलती लकड़ी से पीटने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित पक्ष ने मोरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं एसपी का कहना है कि मामले में पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना सीओ ऑपरेशन को सौंपी गई है। बैनोल गांव निवासी आयुष (22) पुत्र अतर लाल ने मोरी थाने में क्षेत्र के पांच लोगों के खिलाफ जान से मारने के प्रयास सहित कई अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया है।
आयुष ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बीते नौ जनवरी को शाम करीब सात बजे गांव के कौंवल मंदिर में दर्शन के लिए गया था। मंदिर में मौजूद कुछ लोगों ने अचानक उस पर हमला कर दिया। बाद में उसे मंदिर में बांध दिया। यहां गांव के पांच सवर्णों ने जलती लकड़ी व अंगारों से उसे रात भर पीटा। जिससे वह बेहोश हो गया। आयुष ने बताया कि 10 जनवरी सुबह जब उसे होश आया तो वह नग्नावस्था में था।
आयुष ने बताया कि वह नग्नावस्था में ही वहां से भागा। आयुष ने बताया कि सवर्णो ने उसे मंदिर में प्रवेश करने पर पीटा। आयुष की शिकायत पर पुलिस ने गांव के जयवीर सिंह, ईश्वर, आशीष, चैन सिंह व भग्यान आदि मुकदमा दर्ज किया है।
मामले की विवेचना सीओ ऑपरेशन प्रशांत कुमार को सौपी गई है। एसपी का कहना है कि मामले में क्षेत्र के पांच लोगों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच सीओ ऑप्स को सौंपी गई है। उधर, बसपा के जिलाध्यक्ष विजयपाल तंगानी ने कहा कि जनपद में कानून व्यवस्था पटरी से उतर रही है। दलित समाज के साथ अत्याचार किए जा रहे हैं। पुलिस मूक दर्शक बनी हुई। ऐसा लग रहा है कि सब पुलिस की शह पर हो रहा है। मंदिर के भीतर जाने पर दलित युवक पर जानलेवा हमला किया जाना घृणित मानसिकता दर्शाता है। पुलिस ने मामले में हल्की धाराएं लगाई हैं। उक्त मामले में जल्द कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेश भर में सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा।