हरिद्वार। प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। जगह-जगह भारी बारिश आफत लेकर आई है। कई मार्ग बंद होने से आवाजाही मुश्किल हो गई है। शनिवार रात से जारी बारिश के चलते हरिद्वार शहर और देहात के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। कनखल में नहर और नाले का पानी घरों में ओवरफ्लो होकर घुसा। कई लोगों के घरों के सामान खराब हो गया। लाटोवाली में भी नाले चोक होने से कालोनी की सड़क जलमग्न हो गई। ज्वालापुर में मेन बाजार सहित कई इलाकों में दो से तीन फुट पानी भर गया। गलियों में खड़े कई वाहन पानी में डूबे गए। ऋषिकुल के पास बारिश के चलते एक पुराने मकान की दीवार ढह गई। मकान बहने की आशंका के चलते परिवार ने पड़ोस के घर में आसरा लिया। जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन विभाग और तहसील प्रशासन को अलर्ट होने के लिए निर्देश दिए। बाढ़ संभावित इलाकों पर नजर रखी जा रही है। आपदा प्रबंधन विभाग बारिश से हुए नुकसान का जायजा ले रहा है। फिलहाल गंगा खतरे के निशान से 2.60 मीटर नीचे बह रही है।
बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ा, राफ्टिंग पर रोक
ऋषिकेश। रविवार की अलसुबह से पर्वतीय क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के कारण गंगा के जल स्तर में वृद्धि हुई है। प्रशासन की ओर से गंगा में राफ्टिंग पर रोक लगा दी गई है। हालांकि यह रोक दो दिन के लिए है। 30 जून राफ्टिंग सत्र का आखिरी दिन होता है। दो दिन बाद समीक्षा के बाद प्रशासन अगला निर्णय लेगा। गंगा के जल स्तर में वृद्धि के साथ बड़ी संख्या में सूखे पेड़ और लकड़ी गंगा में बहकर आ रही है। जिनसे राफ्ट के टकराने से दुर्घटना का अंदेशा भी बढ़ गया है। वर्तमान में उपजे हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर देवेंद्र सिंह नेगी से राफ्टिंग पर रोक लगाने का आग्रह किया गया था।
प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि उप जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला सहायक पर्यटन अधिकारी केएस नेगी के साथ टीम ने ब्रम्हपुरी में गंगा के जलस्तर की जांच की। यहां पर राफ्टिंग के लिए निर्धारित जल स्तर का मानक ग्रीन लेबल लगा हुआ है। गंगा का जलस्तर ग्रीन लेवल को पार कर गया है। जिसके बाद उपजिलाधिकारी ने रविवार और सोमवार के लिए राफ्टिंग पर रोक लगा दी है।
साहसिक पर्यटन विभाग की ओर से प्रत्येक वर्ष 30 जून तक ही राफ्टिंग सत्र संचालित होता है। इसके बाद मानसून सत्र शुरू हो जाता है और राफ्टिंग पर रोक लग जाती है। प्रशासन की ओर से मंगलवार को हालात की समीक्षा की जाएगी। यदि गंगा का जलस्तर प्रतिकूल हुआ तो राफ्टिंग पर रोक अगले कुछ दिन के लिए बढ़ाई जा सकती है।