उत्तर प्रदेशसामाजिक

बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उनके योगदान को याद किया।

बिजनौर – ( नजीबाबाद ) बुद्ध संस्कृति विश्वविद्यापीठ के तत्वाधान में ग्राम खिदरीपुरा की अम्बेडकर धर्मशाला में महिला जागरूकता मिशन से जुड़ी महिलाओं ने बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया।इस अवसर पर महिला जागरूकता मिशन की संयोजक अंजूषा सिंह एवं दि बुद्धिस्ट सोसायटी आफ इंडिया के प्रदेश महासचिव राकेश मोहन भारती ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के चित्र के समक्ष मोमबत्ती प्रचलित कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। अवसर पर महिला जागरूकता मिशन की संयोजक अंजूषा सिंह कहा कि आज पूरा देश बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी का महापरिनिर्वाण दिवस बड़ी श्रद्धा भाव से मना रहा हैं, बाबासाहेब अंबेडकर एक ऐसे महामानव थे जिन्होंने अपने जीवन को समाज के शोषितों, वंचितों और देश के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने जातिवाद, छुआछूत और सामाजिक असमानता के खिलाफ आवाज उठायी और समाज में परिवर्तन लाने का संकल्प लिया, उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण किया। उन्होंने इस संविधान में भारत को एक लोकतांत्रिक गणराज्य बनाया और सभी नागरिकों को समान अधिकार और अवसर प्रदान किये। उन्होंने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचारों को अपनाने और उनके बताए मार्ग पर चलने आवाहन किया। इस अवसर पर दि बुद्धिस्ट सोसायटी आफ इंडिया के प्रदेश महासचिव राकेश मोहन भारती ने कहा कि आज हम भारतीय संविधान के जनक और समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की याद में उनके योगदान और संघर्षमय जीवन को याद करते हुए उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। डॉ. अंबेडकर का जीवन केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे भारतीय समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत हैं उन्होंने भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए देश में पत्र मुद्रा की सिफारिश की। तथा 1956 में बौद्ध धर्म अपनाकर लाखों लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रेरित किया, उनकी पुण्यतिथि 6 दिसंबर को ‘महापरिनिर्वाण दिवस’ के रूप में मनाई जाती है।उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने भारतीय संविधान के माध्यम से हमें समान अधिकार, स्वतंत्रता और न्याय का उपहार दिया। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि कठिन परिश्रम और सच्ची लगन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।इस अवसर पर शिविर में हेतराम सिंह, घनश्याम सिंह, बबली, अंजली, बाला देवी, प्राची, कमलेश, निशा, निकीं, रजनी, भारती, प्रियंका, निता, सरिता, सुरेशना, मिथिलेश, संतोष सहित अनेक महिलाएं मौजूद रही।

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