देहरादून/ बता दे कि 24 वर्षीय सतपुली निवासी अनुपम को नौ नवंबर को दून मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें एक्यूट पैंक्रियाटाइटिस की समस्या थी। सोमवार को उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। जिससे गुस्साए परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया था। इस पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के संगठन सह सचिव राजेंद्र गोसाई की अगुआई में दल के सदस्य भी उनके समर्थन में गुरुवार सुबह दून अस्पताल पहुंच गए।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी संगठन सह सचिव राजेंद्र गोसाई ने संबंधित चिकित्सक पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल के डॉक्टर विजय भंडारी की अपराधिक लापरवाही और मरीज को रेफर भी न करने के कारण अनुपम कुमार की मृत्यु हो गई। मरीज अनुपम को 9 नवंबर शाम 5:40 पर गंभीर बीमारी के कारण डॉक्टर विजय भंडारी की देखरेख में भर्ती किया गया था। डॉ विजय भंडारी एक भी बार मरीज को देखने नहीं आए और ना ही मरीज को कहीं और रेफर किया गया। जबकि इस दौरान डॉक्टर विजय भंडारी अपने निजी अस्पताल “गोविंद हॉस्पिटल” और अन्य जगह प्राइवेट प्रैक्टिस में व्यस्त रहे।
राजेंद्र गोसाई ने सरकार से डॉक्टर भंडारी और उनके स्टाफ के खिलाफ जल्द से जल्द वैधानिक कार्यवाही करने की मांग की है।
दून अस्पताल की पोल खोलते हुए राजेंद्र गोसाई ने कहा कि दून अस्पताल में आए मरीजों को बाहर की दवाई लिखवाई जा रही है। जांच करने के नाम पर दून अस्पताल में दलालों द्वारा बाहर से जांच करने के लिए कहा जा रहा है।
उन्होंने धामी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि इन सभी अव्यवस्थाओं का संज्ञान लिया जाए और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाए। व्यवस्था नहीं सुधरने पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।