उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस (वीएलटीएस), जिसे आम बोलचाल में जीपीएस कहा जाता है, लगाना अनिवार्य होगा। परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने परिवहन कंपनियों के साथ बैठक में स्पष्ट किया कि यात्रियों के साथ ही वाहन की सुरक्षा के लिए भी यह बेहद जरूरी है।
कहा कि यात्रा के दौरान किराया बढ़ोत्तरी का कोई प्रस्ताव नहीं है। बुधवार को परिवहन आयुक्त कार्यालय में परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने चारधाम यात्रा के संबंध में बैठक की। इस दौरान उन्होंने चारधाम यात्रा में संचालित होने वाले वाहनों के संबंध में जानकारी ली। बैठक में परिवहन व्यवसायियों ने वाहनों पर जीपीएस लगाने का विषय उठाया।
कहा कि इसकी कीमत काफी अधिक है और मुख्यालय में इस पर नजर रखने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इस पर परिवहन मंत्री ने कहा कि मुख्यालय में कंट्रोल रूम बन चुका है। उन्होंने कहा कि यहां जीपीएस की कीमत बहुत अधिक नहीं है। ऐसे में सुरक्षित यात्रा के लिए वाहनों में जीपीएस लगाया जाना जरूरी है।
बैठक में बताया गया कि व्यावसायिक वाहनों का यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड तभी बनेगा, जब वाहनों में जीपीएस लगा हो। बताया गया कि प्रदेश में 2019 के बाद सभी वाहनों में कंपनियां जीपीएस लगाकर दे रही हैं। 2019 से पूर्व के वाहनों में वाहन स्वामियों को इसे लगाना है। उन्होंने साफ किया कि यात्रा में किराया बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी।