
देहरादून : उत्तराखंड राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री) भगवत प्रसाद मकवाना ने पार्षदों द्वारा स्वच्छता कर्मचारियों को हटाने एवं नियुक्त करने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। साथ ही हाथ से मैला उठाने वालों का ‘नमस्ते योजना’ में शत प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
आयोग के उपाध्यक्ष मकवाना ने बुधवार को नगर निगम सभागार में विभागों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने सभी निकायों में तय मानक के अनुसार स्वच्छता कर्मचारी नियुक्त करने को कहा। समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि केंद्र सरकार से अनुदान प्राप्त मैनुअल स्कैवेंजर्स को शीघ्र पहचान पत्र जारी करें और लाभान्वितों को स्वरोजगार एवं उनके पुनर्वास हेतु कार्यवाही करें। ज्यादातर विभागों के अधिशासी अधिकारियों को मैन्युअल स्कैवेंजर एक्ट की परिभाषा की जानकारी न होने पर उपाध्यक्ष ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जिला पंचायत एवं मसूरी नगर पालिका की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए उनका संबंधित अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया। नगर निगम परिसर में महर्षि वाल्मीकि मन्दिर के सौन्दर्यीकरण के सवाल पर मुख्य नगर आयुक्त नमामि बंसल ने बताया कि टैंडर प्रक्रिया जारी है साथ ही महर्षि वाल्मिकी चौक शनिवार तक चिन्हित करने का आश्वासन दिया। श्री मकवाना ने योग्य महिला सफाई कर्मचारियों को सफाई पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी देने के भी निर्देश दिए। नगर निगम द्वारा शहर में कूड़ा बिनने वालों को भी ‘नमस्ते योजना’ में शामिल करने पर सराहना की।
बैठक में निजी सचिव विनोद कुमार, एसडीएम सदर हरिगिर, पुलिस क्षेत्राधिकारी विवेक सिंह कुटियाल, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना, नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के शाखा अध्यक्ष राजेश कुमार, सचिव धीरज भारती, राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री राजेश राजोरिया, प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र केसला, जिला समाज कल्याण समाज निगरानी समिति के सदस्य अनिका क्षेत्री, राजीव राजौरी, संयम कुमार आदि मौजूद थे।