
बिजनौर – ( चांदपुर ) पांच लाख की फिरौती के लिए सातवीं कक्षा के छात्र का अपहरण किया। छात्र पर ही परिवार वालों से पांच लाख रुपये मंगवाने का दबाव बनाया। छात्र के इनकार करने पर भेद खुलता देख छात्र की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मृतक के चचेरे भाई समेत पांच आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया है। छात्र का शव बरामद होने के बाद पोस्टमार्टम कराया गया है। गांव हुसैनपुर कलां के रहने वाले दीपक कुमार का बेटा आयुष (14) मंगलवार की दोपहर घर से निकला। शाम तक नहीं लौटने पर परिवार वालों ने उसकी तलाश की। बुधवार को थाना शिवालाकलां में अपहरण का केस दर्ज कराया। लापता की तलाश में पुलिस जुटी हुई थी। इसी दौरान आरोपी आयुष की हत्या कर चुके थे और वे शव को गांव इमलिया के जंगल में गड्ढे में दबाने की फिराक में थे। पुलिस ने आरोपियों को घेर लिया। घेराबंदी होती देख आरोपियों ने पुलिस पर फायर झोंके। जवाबी फायरिंग में एक आरोपी अनिकेत के पैर में गोली लगी। इसके साथ-साथ पुलिस ने अन्य चार आरोपियों को भी दबोच लिया। पुलिस ने खेत से आयुष का शव भी बरामद किया। वहीं आरोपियों के पास से एक तमंचा 315 बोर, तीन कारतूस, चार मोबाइल फोन, फावड़ा बरामद किया है। एसपी अभिषेक झा का कहना कि पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने योजना के तहत आयुष को उसके मित्र नकुल के जरिए बुलाया। इसके बाद पांचों ने आयुष को जंगल में ले जाकर उसके परिजनों से पांच लाख की फिरौती लेने का प्लान समझाया। आयुष से कहा गया था कि वह खुद के अपहरण होने की बात कहते हुए अपने घर से पांच लाख रुपये मंगवाए। जिस पर आयुष ने इनकार कर दिया। बताया गया कि मंगलवार की शाम ही आयुष की हत्या कर दी गई थी। बुधवार को आरोपियों ने इंस्टाग्राम की एक फेक आईडी बनाकर मृतक के रिश्तेदार को मैसेज किया। जिसमें एक लाख रुपये फोन पर देने जबकि चार लाख रुपये नजीबाबाद में एक जगह पर पहुंचाने की बात कही गई थी। इसी मैसेज के बाद ही पुलिस सक्रिय हुई और हत्या का राज खुलता चला गया।