
विकासनगर। पछवादून के जौनसार बावर क्षेत्र में सड़कों पर मलबा आने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। पहाड़ दरकने से 14 मोटर मार्गों पर यातायात ठप है। जिस कारण करीब 130 गांवों मजरों में रहने वाले ग्रामीण परेशान हैं। लोनिवि चकराता के 4, लोनिवि साहिया के 5, पीएमजीएसवाई कालसी के 4 व लोनिवि निर्माण खंड देहरादून का एक मोटर मार्ग बंद पड़ा है। जिसमें दो मुख्य जिला मार्ग भी शामिल हैं। बिन्हार क्षेत्र की लाइफ लाइन लांघा मटोगी मोटर मार्ग को विभाग 13 दिन बाद भी नहीं खोल पाया है। लोनिवि चकराता अंतर्गत मुख्य जिला मार्ग पुरोड़ी रावना डामटा मोटर मार्ग डेरियो के पास दूसरे दिन भी बंद रहा। बिरमऊ, डिरनाड पुरटाड़, टुंगरा मोटर मार्ग पर जगह जगह मलबा आने से यातायात बाधित है। लोनिवि साहिया का मुख्य जिला मार्ग कालसी बैराटखाई मोटर मार्ग भी किमी 16 पर मलबा आने से बंद हो गया। थैना, शहीद सुरेश तोमर गास्की, डयूडीलानी ठलीन, लुहान बैंड बबड़ीधार मोटर मार्ग पर भी आवागमन ठप पड़ा है। पीएमजीएसवाई कालसी का बोसान, गडोल सकरोल, जखथान, धोइरा देऊ मोटर मार्ग पर यातायात ठप पड़ा है। लोनिवि निर्माण खंड देहरादून का लांघा मटोगी मोटर मार्ग 13 दिन बाद भी नहीं खुल पाने से बिन्हार क्षेत्र के लोग परेशान हैं। सबसे ज्यादा परेशानी जाखन के आपदा प्रभावित ग्रामीणों को हो रही है। जौनसार बावर के बंद मार्गों के कारण किसान नगदी फसलें अदरक, टमाटर, बींस, गागली, खीरा, मूली, हरी मिर्च, हरा धनिया आदि समय से कृषि मंडी नहीं पहुंचा पा रहे हैं। लोनिवि व पीएमजीएसवाई ने बंद मार्गों से मलबा हटाने को जेसीबी मशीनें लगाई है।
भूधंसाव की जद में राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा
उत्तरकाशी। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुथनौर और पालीगाड़ के बीच राजमार्ग का 60 मीटर हिस्सा भूधंसाव की जद में है। इस भूधंसाव के कारण कुथनौर के पास यमुना नदी पर ऑलवेदर के तहत बनाया गया पुल भी अभी तक उपयोग में नहीं आ पा रहा है। पुल की एप्रोच भी भूधंसाव की जद में आ रही है। भले ही चारधाम परियोजना के तहत इस भूधंसाव का ट्रीटमेंट कार्य का जिम्मा सरकार की ओर से टीएचडीसी को दिया गया है। रविवार को उत्तरकाशी में मौसम साफ है। गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू है। जनपद में चार धाम यात्रा सुचारू चल रही है।