
न्यूरॉन डिजीज में एक्यूपंक्चर थैरेपी रही दिला रही सफलता
देहरादून: विश्व ओरिएंटल मेडिसिन एवं एक्यूपंक्चर दिवस विश्व भर में मनाया जाता है. इस अवसर पर धीअमृतम् की डॉ. निशी भट्ट डीओएमए ने ओरिएंटल मेडिसिन और एक्यूपंक्चर के महत्व को बताया. यह चिकित्सा पद्धति शरीर की ऊर्जा प्रणाली को संतुलित कर संपूर्ण स्वास्थ्य को पुनर्स्थापित करने का नेचुरल और साइंटिफिक तरीका है. डॉ. निशी भट्ट देश और विदेश से आने वाले हज़ारों रोगियों का सफलतापूर्वक उपचार कर रही हैं. ब्रेन ट्रॉमा, चाइल्ड डेवलपमेंट डिस ऑर्डर्स और मोटर न्यूरॉन डिजीज जैसे जटिल रोगों के उपचार में ओरिएंटल मेडिसिन और एक्यूपंक्चर थेरैपी के माध्यम से बेहतर परिणाम दिए.
न्यूरोमस्कुलर के सिम्टम में सुधार के लिए सहायक
डॉ. निशी भट्ट ने बताया कि ओरिएंटल मेडिसिन और एक्यूपंक्चर शरीर और मन के बीच संतुलन बनाने की चिकित्सा प्रणाली है. ब्रेन ट्रॉमा के मामलों में यह तंत्रिका दोनों प्रक्रियाओं को सहारा देता है. बच्चों के विकास सबंधी समस्याओं में यह न्यूरोफक्शन को बेहतर करने और व्यवहारिक सुधार में मदद करता है. साथ ही मोटर न्यूरॉन डिसऑडर(एमएनडी) जैसे न्यूरोमस्कुलर के सिम्टम और जीवन में सुधार के लिए एक सहायक विकल्प प्रस्तुत करता है. ओरिएंटल मेडिसिन और एक्यूपंक्चर, शरीर को एक मशीन की तरह नहीं बल्कि एक जुड़े हुए तंत्र की तरह देखती है. डॉ. निशी भट्ट एक प्रगतिशील और अग्रणी चिकित्सक हैं, जिन्हें 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है. उन्होंने ब्रेन ट्रॉमा और जेनेटिक डिसऑर्डर्स जैसे जटिल न्यूरोलॉजिकल मामलों में ओरिएंटल मेडिसिन और एक्यूपंक्चर के माध्यम से समग्र उपचार प्रणाली विकसित की है. लंदन में जन्मी और पली-बढ़ी डॉ. भट्ट को बहुसांस्कृतिक वातावरण ने विश्व की विभिन्न चिकित्सा परंपराओं को समझने की प्रेरणा दी.



