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बेस अस्पताल के डायलिसिस सेंटर में पानी का संकट

हल्द्वानी। भीषण गर्मी के बीच हल्द्वानी के कई क्षेत्र में पानी का संकट खड़ा हो गया है। वहीं सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल का डायलिसिस केंद्र भी पानी की समस्या से जूझ रहा है। आलम यह है कि डायलिसिस सेंटर को आपूर्ति के अनुसार पानी नहीं मिलने पर मरीज का आधा अधूरा डायलिसिस हो रहा है।
ऐसे में कुमाऊं भर से आने वाले किडनी रोगियों के डायलिसिस करने के लिए लिए आफत खड़ी हो रही। हालांकि टैंकरों की मदद से केंद्र संचालक पानी की व्यवस्था कर काम चला रहे हैं। हल्द्वानी के बेस अस्पताल में पीपीपी मोड पर डायलिसिस केंद्र संचालित होता है। सेंटर को अस्पताल के कनेक्शन से ही पानी की सप्लाई मिलती है। केंद्र संचालक के अनुसार शहर में पानी की समस्या की वजह से सेंटर पर भी पानी का संकट बना हुआ है।
हल्द्वानी के बेस अस्पताल में संचालित होने वाला डायलिसिस सेंटर पीपीपी मोड पर संचालित हो रहा है। जहां रोजाना करीब 100 से 80 मरीज डायलिसिस के लिए अस्पताल पहुंचते हैं। लेकिन भीषण गर्मी में जल संस्थान द्वारा भरपूर मात्रा में पानी सप्लाई नहीं होने का असर डायलिसिस सेंटर पर देखा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि हल्द्वानी स्थित डायलिसिस सेंटर को नियमित संचालित करने के लिए रोजाना 40 हजार लीटर से अधिक पानी की जरुरत पड़ती है। लेकिन अधिक गर्मी होने के पानी भरपूर मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते वैकल्पिक तौर पर टैंकरों के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन उससे भी पूरा नहीं हो पा रहा है।
डायलिसिस यूनिट के प्रबंधक महेंद्र सिंह का कहना है कि वह जल संस्थान से पानी के टैंकर तो मंगा रहे हैं, लेकिन अस्पताल में अधिक भीड़ और गाड़ियां खड़ी होने के चलते पानी के टैंकरों को भी यहां पहुंचने में समस्या खड़ी होती है। वह इस पूरे मामले में सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी का कहना है कि डायलिसिस यूनिट की समस्या को देखते हुए जल संस्थान और यूनिट के कर्मचारियों के साथ बैठक की समस्या का हल निकाला गया है। उन्होंने कहा है कि गर्मी के चलते पाइपलाइन से पानी की सप्लाई कम हो पा रही है, लेकिन अस्पताल में डायलिसिस मरीजों को किसी तरह का कोई दिक्कत ना हो इसके लिए जल संस्थान द्वारा टैंकर के माध्यम से पानी भेजा जा रहा है।

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