
देहरादून: तुलाज़ इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित टिसमन (तुलाज़ इंटरनेशनल स्कूल मॉडल यूनाइटेड नेशंस) का तीसरा संस्करण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। तीन दिनों तक चली यह कॉन्फ्रेंस युवाओं के विचार-विमर्श, कूटनीति और नेतृत्व क्षमता का साक्षी बनी। “इंक एंड आयरन – द पॉवर ऑफ़ वर्ड्स इन द वर्ल्ड ऑफ़ वॉर” विषय पर आधारित इस कार्यक्रम में क्षेत्रभर के युवा प्रतिनिधियों ने वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा की।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि दून स्कूल के हेडमास्टर डॉ. जगप्रीत सिंह थे, जबकि गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में प्रसिद्ध शिक्षाविद् एवं सामाजिक सुधारक जो चोपड़ा उपस्थित रहीं। इनके साथ तुलाज़ इंटरनेशनल स्कूल के वाइस चेयरमैन रौनक जैन और हेडमास्टर रमन कौशल भी मौजूद रहे।
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद एक संगीतमय प्रस्तुति ने माहौल को जीवंत कर दिया। विभिन्न समितियों के चेयरपर्सन ने अपनी-अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कीं, जिनमें चर्चा के मुख्य बिंदु और निष्कर्ष साझा किए गए। इसके बाद प्रस्तुत नृत्य ‘सुपर टाइज़ा’ ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अपने प्रेरणादायी संबोधन में डॉ. जगप्रीत सिंह ने छात्रों को “एआई नेटिव्स” कहकर संबोधित किया और कहा कि एमयूएन जैसे मंच केवल शैक्षणिक गतिविधियां नहीं, बल्कि सहानुभूति, संवाद और वैश्विक उत्तरदायित्व की भावना विकसित करने के सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने समावेशिता को प्रतिस्पर्धा से ऊपर रखने का संदेश दिया। जो चोपड़ा ने प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों के बलिदान और लीग ऑफ नेशंस की विफलता की याद दिलाई, और बताया कि आज के समय में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका कितनी अहम है। उन्होंने युवाओं को सच्ची कहानियां पढ़ने, अपनी कहानी लिखने और अनसुनी आवाजों को सामने लाने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि, गेस्ट ऑफ ऑनर और हेडमास्टर द्वारा विभिन्न समितियों के श्रेष्ठ प्रतिनिधियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। आईएफआरसी में बेस्ट डेलीगेट का सम्मान श्रद्दा कपूर और स्वास्ति शर्मा को मिला, हाई कमेंडेशन अनुपम खेर और ऋधिमा खेर को तथा स्पेशल मेंशन अनन्या पांडे और दिव्यांशी बजाज को प्रदान किया गया। यूएनएससी में यश निठरवाल (रूस) को बेस्ट डेलीगेट चुना गया, बपी कुंडू (बांग्लादेश) को हाई कमेंडेशन और आलोक चौहान (यूके) को स्पेशल मेंशन मिला। यूएनओडीसी में भाविक सिंह रौतेला (यूएसए) को बेस्ट डेलीगेट का खिताब मिला, जबकि निर्जिन घोष (कोलंबिया) को हाई कमेंडेशन और वेदांत गौतम (भारत) को स्पेशल मेंशन दिया गया। ईसीओएसओसी में अहाना शर्मा (जर्मनी) बेस्ट डेलीगेट रहीं, दिशा साहू (सिंगापुर) को हाई कमेंडेशन और शनाया राजपूत (फ्रांस) को स्पेशल मेंशन से सम्मानित किया गया। एआईपीपीएम में केशव राठौर (राहुल गांधी) को बेस्ट डेलीगेट घोषित किया गया, शरद पंवार और वैभव राज को हाई कमेंडेशन, तथा अनुप्रिया पटेल और जतिन गौतम को स्पेशल मेंशन मिला।
आईपीएल समिति में बेस्ट डेलीगेट का पुरस्कार रियान्श, सारांश और हितेश (सीएसके) को मिला, हाई कमेंडेशन अजय, आदर्श और मुकुल (गुजरात टाइटन्स) को मिला, जबकि शौर्य, तंशीक और आर्यन (आरसीबी) को स्पेशल मेंशन दिया गया। यूएनएचआरसी में एकनूर बब्बर (भारत) को बेस्ट डेलीगेट चुना गया, योहांश जैन (यूके) को हाई कमेंडेशन और रूद्राक्ष जिंदल (ऑस्ट्रेलिया) को स्पेशल मेंशन मिला। इंटरनेशनल प्रेस श्रेणी में फोटोग्राफी के लिए रेमरूती (एशियन स्कूल) को बेस्ट डेलीगेट और हार्दिक सिंह सिंधिया को हाई कमेंडेशन मिला। कार्टून कैटेगरी में निज़ा अमीन खान को बेस्ट डेलीगेट और जिनू सांगनो को हाई कमेंडेशन मिला। पत्रकारिता में आयुष अग्निहोत्री (द हिंदू) को बेस्ट डेलीगेट और आरवी खंट (द न्यूयॉर्क टाइम्स) को हाई कमेंडेशन मिला। वीडियोग्राफी में उज्जवल चौरे को बेस्ट डेलीगेट और ऋद्धि बिजल्वान को हाई कमेंडेशन मिला। टिसमन 2025 का ओवरऑल बेस्ट डेलीगेट का खिताब भाविक रौतेला को प्रदान किया गया, जिन्होंने पूरे सम्मेलन में उत्कृष्ट नेतृत्व और प्रदर्शन दिखाया।
कार्यक्रम का समापन एक भावनात्मक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जो इस सफल और प्रभावशाली सम्मेलन का सार था—जहां युवाओं ने कूटनीति और संवाद के ज़रिए शांति की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाए।