देहरादून: श्री सिद्ध हनुमान मंदिर श्री बालाजी धाम झाझरा* में हनुमान जयंती के अवसर पर त्रिदिवसीय महोत्सव के अंतर्गत अपने परिवार के उज्ज्वल भविष्य जीवन की मनोकामना पूर्ति के लिए शिव महापुराण रुद्रसंहिता के सती खंड के अष्टादशोध्याय के श्लोक संख्या- 20 के अनुसार . . .
अथ चैत्रसिते पक्षे नक्षत्रे भगदैवते।
त्रयोदश्यां दिने भानौ निर्गच्छत्स महेश्वर:।।
चैत्रशुक्लत्रयोदश्यां नक्षत्रे भगदैवते।
सूर्यवारे च यो भक्त्या वीक्षेत भुवि मानवः।।
तदैव तस्य पापानि पर्यान्तु हर संक्षयम्।
वर्धते विपुलं पुण्यं रोगा नश्यन्तु सर्वश:।।*
अर्थात: जो मनुष्य चैत्र शुक्ल पक्ष के त्रयोदशी तिथि को रविवार के दिन पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में शिव सती का दर्शन करेगा, उसके सारे पाप नष्ट हो जाएंगे। विपुल पुण्यों की वृद्धि होगी और सभी रोगों का नाश हो जाएगा।
शिव महापुराण के अनुसार शिव और सती का प्रथम विवाह “उत्तराखंड देवभूमि के कनखल हरिद्वार” में संपन हुआ था l इसलिए इस दिन पूजा कर महारुद्राभिषेक करने का और अधिक महत्व हो जाता है ।
मंदिर समिति के सचिव अजय गोयल ने बताया कि मंदिर समिति 4 अप्रेल से त्रयोदिशी तिथि सुबह 9 बजे 6 अप्रेल हनुमान जयंती तक शिव विवाह उत्सव का आयोजन इस महायज्ञ से प्रारंभ करने जा रही है | जो भी भक्त इसमें सम्मिलित होना चाहें, वह समय पर आकर भाग ले सकते है। अधिक जानकारी के लिए मंदिर समिति के सचिव अजय गोयल से संपर्क कर सकते है । संपर्क सूत्र: 9897548184