उत्तराखंड

पाखंड के साम्राज्य का अंत करने हेतु प्रत्येक हृदय में शिव-शक्ति मिलन आवश्यक- अदिति 

देहरादून। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान देहरादून द्वारा रेसकोर्स में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत् कथा के चतुर्थ दिवस सद्गुरू श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या कथा व्यास भागवताचार्या साध्वी विदुषी अदिति भारती जी ने उपस्थित भक्त-श्रद्धालुगणों को बताया कि पाखंड के साम्राज्य पर प्रहार करने और मानव मन में विद्यमान तारकासुरों के वध तथा प्रकृति के समुचित विकास के लिए प्रत्येक मानव के हृदय में ‘ब्रह्म्ज्ञान’ द्वारा दिव्य जागरण किए जाने की अत्यधिक आवश्यकता है।
मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती शोभा उनियाल गामा जी तथा विशिष्ट अतिथिगणों के रूप में श्री वी.के. माहेश्वरी, रिटायर्ड रजिस्ट्रार, उत्तराखण्ड हाईकोर्ट, श्री अनिल वर्मा जी, सम्पादक देहरादून टाईम्स, श्रीमती अनुराधा वालिया जी, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष महिला मोर्चा तथा श्रीमती विनिता थापा, धर्मपुर विधानसभा महिला मण्डल अध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्जवलित कर अपना योगदान किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में माँ शेरांवाली की वंदना में अनेक भावपूर्ण भजनों की प्रस्तुति देते हुए मंच पर विराजमान संगीतज्ञों ने अनेक भजन प्रस्तुत किए। प्रथम भजन उत्तराखण्ड की गढ़वाली बोली में प्रस्तुत करते हुए उन्होंने- शेरांवालिए, मेहरांवालिए, जोतांवालिए, आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…………… तथा ठन्डो रे ठन्डो मेरो पहाड़ों की हवा ठण्डी, पाणी ठन्डो……… इत्यादि भजन संगत को निहाल कर गए। विदित हो कथा कार्यक्रम का डी-लाइव प्रसारण 12 से 18 अप्रैल सुबह 10 से 01 बजे तथा सांय 07 से 10 बजे तक संस्थान के यूट्यूब चैनल पर भी किया जाएगा। कार्यक्रम में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के अनेक सामाजिक प्रकल्पों को प्रदर्शित करती हुई सचित्र प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था, जिसमें पर्यावरण रक्षा पर आधारित प्रदर्शनी भक्तजनों के मध्य काफी चर्चा का विषय बनी रही।
रात्रि 08 बजे मंगल आरती के पश्चात प्रसाद का वितरण करके चतुर्थ दिवस की कथा को विराम दिया गया।

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