वरिष्ठ नागरिक स्वयं को वृद्व नहीं समझें – जिलाधिकारी उमेश मिश्रा |

बिजनौर – जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने वरिष्ठ नागरिकों के सदस्यों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे स्वयं को वृद्व नहीं वरिष्ठ समझें, क्योंकि वरिष्ठता ज्ञान और अनुभवों का प्रकाशपुंज है। उन्होंने कहा कि आप धन्य हैं कि उन्होंने बिजनौर की धार्मिक, पौराणिक, प्राचीन और प्राकृतिक वातारण से युक्त एवं वन्यजीवों से समृद्व धरती पर जन्म लिया है। उन्होंने बताया कि बिजनौर की इन्हीं विशेषताओं से देश एवं विदेश के लोगों का ध्यान आकर्षित कराने के लिए जिला प्रशासन ने जिले को पर्यटन, औद्योगिक एवं कामर्शियल खेती के क्षेत्र में सफल प्रयास किए हैं, जिसके सुपरिणाम सामने आ रहे हैं और जिले के शिक्षित एवं प्रतिभाशाली युवा बड़ी नोकरियों को त्याग कर अपने ही जिले में आधुनिक एवं वैज्ञानिक तौर-तरीक़ों को अंगीकार कर राष्ट्रीय एवं अंर्तराष्ट्रीय पटल पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाकर जिला बिजनौर का नाम रोशन कर रहे हैं।जिलाधिकारी श्री मिश्रा पूर्वाहन 11ः30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में वरिष्ठ नागरिक समिति, बिजनौर के तत्वाधान में द्विवार्षिक पत्रिका “सांध्य ज्योति“ के स्मारिका 2022-23 के संस्करण विमोचन कार्यक्रम के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।उन्होंने बिजनौर के विकास और समस्याओं के निराकरण में प्रतिभाग करने के लिए वरिष्ठ नागरिक सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए उनका आहवान किया कि बिजनौर को समृद्धशाली बनाने के लिए पर्यटन, उद्योग और कृषि के क्षेत्र में विकसित करने के लिए वे अपने अनुभवों और विचारों को जिला प्रशासन से शेयर करें और मार्गदर्शन करें। उन्होंने यह भी आहवान किया कि वरिष्ठ नागरिक समिति के सभी सम्मानित सदस्यगण जिले में बेसिक शिक्षा की गुणवत्ता को मानक के अनुरूप उपलब्ध कराने के लिए अपने प्रवास स्थान के करीबी एक-एक प्राथमिक विद्यालय को गोद लें और वहां अपने अनुभवों और ज्ञान से बच्चों एवं शिक्षकगणों को आच्छादित करें तथा अभिभावकों को भी अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालय में नामांकन कराने और उन्हें नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें।जिलाधिकारी के इस अनुरोध पर सभी वरिष्ठ नागरिकों ने पूरे उत्साह और जोश के साथ स्कूलों को गोद लेने की सहमति प्रदान की। उन्होंने समिति के अध्यक्ष का आह्वान किया कि वरिष्ठ नागरिक सदस्यों के नाम एवं उनके निकटतम स्कूलों की सूची उन्हें जल्द उपलब्ध कराएं ताकि उसके आधार पर उनको विद्यालयों का आवंटन सुनिश्चित किया जा सके।उन्होंने वरिष्ठ नागरिक संगठन के सदस्यों का आह्वान किया कि बिजनौर की यह धरती ऋषि मुनियों की तपोभूमि रही है तथा जिसमें जिले के महान विभूति महात्मा विदुर, भरत, दुष्यंत शकुंतला एवं प्रसिद्ध कवि दुष्यंत, स्वतंत्रता सेनानियों एवं समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों के कार्यों को समाज के सामने लाएं ताकि जनसामान्य जागरूक और प्रेरित हो कर समाज के निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि जिले के बहुत से ऐसे लोग निश्चित रूप से होंगे जिन्होंने देश और समाज के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है, परन्तु उनका कार्य प्रकाश में नहीं आ सका, ऐसी विभूतियों को चिन्हित करते हुए समाज के सामने लाने का कार्य भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनका समाज मे दिया गया योगदान आमजन के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने द्विवार्षिक पत्रिका “सांध्य ज्योति“ के स्मारिका 2022-23 का विमोचन करते हुए कहा कि जिला बिजनौर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत कण्व आश्रम, विदुर कुटी, बैराज पीली डेम को विकसित किए जाने का कार्य प्रगति पर है और हम खेल मंत्रालय के अन्तर्गत प्रसिद्ध खेल कयाकिंग एवं केनोइंग के प्रशिक्षण के लिए जिले में ग्राम के अमृत सरोवर तालाब पर प्रशिक्षण केन्द्र का उनके द्वारा शुभारंभा भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ साहित्य, कला, इतिहास, स्वतंत्रता आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों के कार्याें को संकलित करने का कार्य भी किया जा रहा है ताकि उनके गौरवपूर्ण कारनामों को आमजन के सामने लाया जा सके। उन्होंने आहवान किया कि वरिष्ठ नागरिक समिति अपने स्तर से बिजनौर की ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने में सहयोग करे ताकि जिला प्रशासन एवं जनसहयोग के माध्यम से बिजनौर को सांस्कृतिक स्तर पर देश एवं विदेश के नक़शे पर विशिष्टता के साथ लाया जाना सम्भव हो सके।इस अवसर पर संगठन के संरक्षक ठाकुर जसवंत सिंह, महासचिव डा० चन्द्रप्रभा गौतम, सदस्यगण महावीर सिंह जिघांला, डा०शोभा शर्मा, ईश्वर चन्द्र अग्रवाल कोषाध्यक्ष, एस०पी० रस्तोगी, राममोहन सिंह, सुरेश कुमार राजपूत, डा० सुरेश चन्द्र तोमर, उमारानी, एम०पी० सिंह, हरपाल सिंह, डा० आर सी० नारंग आदि ने भाग लिया।