प्रेम प्रसंग में हुई थी समीर की हत्या।

बिजनौर – ( नजीबाबाद ) 21 दिसंबर को थाना नजीबाबाद क्षेत्र के जलालाबाद हाईवे के किनारे एक सड़क दुर्घटना में किसी अज्ञात वाहन द्वारा एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति को टक्कर मार देने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसकी पहचान समीर पुत्र दिलशाद अहमद निवासी मोहल्ला अहमद खेल कस्बा व थाना किरतपुर के रूप में हुई थी जिसका शव मौके पर पुलिस को मृत अवस्था में सड़क किनारे पड़ा मिला था। एवं मृतक के गले पर कुछ निशान प्रतीत हो रहे थे पुलिस ने मृतक का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया था पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक समीर की मृत्यु गला घोट कर होनी प्रतीत हुई। जब परिजनों को समीर की मृत्यु का समाचार मिला था तो परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था वहीं मृतक के पिता दिलशाद पुत्र शफीक ने 23 दिसंबर को नजीबाबाद थाने में रफीक पुत्र सफीक, राहत व रफत पुत्र रफीक समस्त निवासी गण मोहल्ला अहमद खेल कस्बा व थाना किरतपुर जनपद बिजनौर तथा अज्ञात व्यक्ति को नामजत करते हुए अपने बेटे समीर की मौत का जिम्मेदार ठहराया था पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही हेतू विवेचनात्मक कार्रवाई के दौरान अरशद पुत्र रशीद निवासी मोहल्ला मुगलूशाह थाना नजीबाबाद का नाम प्रकाश में आया वहीं पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए रफीक पुत्र सफीक राहत व रफत पुत्रगण रफीक निवासी मोहल्ला अहमद खेल कस्बा व थाना किरतपुर व अरशद पुत्र रशीद निवासी मोहल्ला मुगलूशाह थाना नजीबाबाद को घटना में प्रयुक्त कार जिसका रजिस्ट्रेशन संख्या यूके 15 सी 3204 व मृतक समीर का टूटा हुआ मोबाइल फोन सहित गिरफ्तार किया गिरफ्तार अभियुक्तों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो अभियुक्ततो ने पुलिस को बताया कि मृतक समीर नशे का आदी था। और उसने अभियुक्त राहत की बहन को प्रेम जाल में फंसा लिया था। इसको लेकर अभियुक्त द्वारा समीर को कई बार समझाया व धमकाया गया तथा एक बार विवाद बढ़ने पर मृतक समीर का थाना किरतपुर से चालान भी हुआ था। लेकिन वह नहीं माना लोक लाज एवं समाज में बेइज्जती महसूस ना हो इस वजह से समीर को रास्ते से हटाने के लिए लगभग सात आठ महा पूर्व जैनुल पुत्र नफीस अहमद निवासी सीलमपुर दिल्ली जो झाड़ फूंक का कार्य करता है। से संपर्क किया गया और समीर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई गई इस कार्य के लिए जैनुल को बीस लाख रुपए देने का वादा किया गया। जिसमें से तीन लाख रुपये नगद तथा दो लाख रूपये बैंक खाते के माध्यम से दिए गए तथा शेष धनराशि समीर को रास्ते से हटाने के बाद देने का वादा किया गया जैनुल ने इंस्टाग्राम पर फर्जी महिला आईडी बनाकर समीर को विश्वास में लिया और अपने साथियों अरशद आरिफ पुत्र इब्राहिम हाल निवासी सी 556 वेलकम दिल्ली जो मूल रूप से संभल का रहने वाला है तथा सलीम मूल निवासी मुरादाबाद के साथ मिलकर समीर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई योजना के अनुसार 20 दिसंबर की रात्रि में समीर को नजीबाबाद बुलाकर अभियुक्त गण अरशद जैनुल आरिफ व सलीम ने एक राय होकर जैनुल के मफलर से समीर का गला घोटकर हत्या कर दी तथा मृतक समीर के शव को मोटरसाइकिल सहित हाईवे किनारे फेंक दिया। वांछित अभियुक्त जैनुल पुत्र नफीस अहमद निवासी सीलमपुर दिल्ली आरिफ पुत्र इब्राहिम हाल निवासी सी 556 वेलकम दिल्ली मूल निवासी संभल सलीम हाल निवासी दिल्ली मूल निवासी मुरादाबाद शामिल है जो पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर है। पुलिस ने जल्द ही तीनों अभियुक्त को गिरफ्तार करने का जल्द ही दावा किया है। समीर की हत्या का सफल अनावरण करने वाली टीम में थाना प्रभारी निरीक्षक राहुल सिंह, निरीक्षक सचिन मलिक प्रभारी स्वाट टीम, उप निरीक्षक सुनील कुमार प्रभारी सर्विलास टीम, उप निरीक्षक नरेंद्र शर्मा, उप निरीक्षक नक्षत्रपाल ,उप निरीक्षक सौरभ सिंह, उप निरीक्षक समयपाल सिंह, मुख्य आरक्षी सोमपाल सिंह, मुख्य आरक्षी राजीव खोखर ,आरक्षी वीरेंद्र ,आरक्षी विवेक, आरक्षी जयकुमार, आरक्षी रिंकू आदि शामिल रहे।



