राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बिजनौर के तत्वाधान में धूमधाम से मनाई अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती।

बिजनौर – लोकमाता’ पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती एक स्मृति अभियान के अंतर्गत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसे राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने बड़े ही भव्य और दिव्य तरीके से मनाया। जिसमें माता अहिल्याबाई के बारे में उनके जीवन चरित्र की संपूर्ण जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम काकरान वाटिका बिजनौर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के शिक्षकों ने सैकड़ों की संख्या में बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती और मां अहिल्याबाई होलकर के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित करके और दीप प्रज्वलित करके किया गया। उसके बाद शैली शर्मा और रूपाली दोनों शिक्षिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना की गई। उसके बाद पूर्व माध्यमिक विद्यालय तिमरपुर की बालिकाओं ने अहिल्याबाई होलकर जी के जीवन चरित्र पर एक लघु नाटिका प्रस्तुत की। लघु नाटिका प्रस्तुत करने वाले सभी आठ बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर अनोखा प्रयास वेलफेयर सोसाइटी एवं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ पांच बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। त्रिशताब्दी जयंती समारोह में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सहबौद्धिक प्रमुख व कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुनील कुमार ने अहिल्याबाई होल्कर के संपूर्ण जीवन का सार और संस्कृति के प्रति समर्पण भाव को बताया। उन्होंने बताया कि सत्ता संभालने के बाद बहुत ही स्पष्ट उद्घोषणा की थी कि मेरा पथ धर्म का पथ है, धर्म का पथ ही न्याय का पथ है। पूर्व प्रधानाचार्या राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बिजनौर राजुल त्यागी ने महिलाओं को अहिल्याबाई के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पालक विदित और तीनों संवर्ग के जिला अध्यक्षों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला अध्यक्ष दिग्विजय सिंह,उपाध्यक्ष जयदीप मलिक, रूपेश राजपूत,जिला मीडिया प्रभारी अरुण उपाध्याय,जिला महामंत्री अमर सिंह,जिला संगठन मंत्री विष्णु कुमार,रूपाली,छाया,शैली शर्मा,मेघा,आसमा सचदेवा,ललिता, कामेश्वरी देवी, राखी, स्वेता आदि सभी शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश संगठन मंत्री सुरेन्द्र प्रकाश भटनागर व संचालन रितेश भटनागर ने किया। कार्यक्रम में ललित शर्मा,शोभित,पुष्पेंद्र,प्रणयवीर,प्रदीप राजपूत,चंचल,सुनील,शशांक,नकुल,मुकेश,अभिनव गुप्ता, चांद मल्होत्रा, आकांक्षा, विकुल,आशुतोष, सौरभ चौधरी,चित्र कुमार,मनीषा,मीनाक्षी, मानवी,अर्चना,रश्मि,हिमानी,चित्रा आदि सैकड़ों की संख्या में शिक्षक और शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग कर कार्यक्रम को सफल बनाया।