
देहरादून : माया देवी विश्वविद्यालय, देहरादून में “पर्यावरण-अनुकूल विकास हेतु कृषि, जैविक एवं अनुप्रयुक्त विज्ञानों में नवीनतम प्रगति (RAABASED-2025)” विषय पर आयोजित तीन दिवसीय 11वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य समापन समारोह के साथ संपन्न हुआ। सम्मेलन का उद्देश्य कृषि, जैविक और अनुप्रयुक्त विज्ञानों में सतत नवाचारों तथा पर्यावरण-अनुकूल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना रहा।
जिसमें भारत और नेपाल सहित कई देशों के विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और शोधार्थियों ने भाग लिया। सम्मेलन के संरक्षक प्रो. (डॉ.) आशीष सेमवाल, कुलपति, माया देवी विश्वविद्यालय रहे, जबकि प्रो. संदीप विजय, प्रतिकुलपति, सह-संरक्षक के रूप में उपस्थित थे।
सम्मेलन के प्रमुख आयोजकों में शामिल रहे:
डॉ. छत्रपाल सिंह, अध्यक्ष, AEDS (आयोजन सचिव)
डॉ. सर्वेश रुस्तगी, प्रोफेसर, MDU (मुख्य संयोजक)
डॉ. संजय कुमार झा, त्रिभुवन विश्वविद्यालय, नेपाल (प्रमुख IAC)
सम्मेलन में जलवायु-अनुकूल तकनीक, कृषि-उद्यमिता, पर्यावरण जैव-प्रौद्योगिकी और सतत कृषि जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र, मुख्य भाषण और विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किए गए। इस आयोजन को ICAR-IGFRI झांसी, CAU पासीघाट, हिमालयी घासभूमि केंद्र पालमपुर और AEDS रामपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का सहयोग प्राप्त हुआ। सम्मेलन के दूसरे दिन डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल मुख्य अतिथि रहीं, जिन्होंने पर्यावरण-अनुकूल वैज्ञानिक प्रयासों को सराहा और शोध की भूमिका पर प्रकाश डाला। समापन दिवस का मुख्य आकर्षण छात्रों द्वारा प्रस्तुत सर्वश्रेष्ठ मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों को सम्मानित किया जाना रहा, जिससे युवा वैज्ञानिकों को प्रोत्साहन मिला। सम्मेलन ने विश्वविद्यालय की वैश्विक सहयोग, शैक्षणिक उत्कृष्टता और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर किया। प्रतिभागियों ने आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए इसे एक ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक मंच बताया।