
बैतूल। मध्यप्रदेस के छिंदवाड़ा में “कोल्ड्रिफ” कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद अब बैतूल जिले में भी दो मासूमों की संदिग्ध मौत ने हड़कंप मचा दिया है। दोनों बच्चों का इलाज परासिया के एक निजी डॉक्टर से कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने बच्चों को वही सिरप दी थी, जिसके सेवन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। जानकारी के अनुसार, आमला ब्लॉक के कलमेश्वरा और जामुन बिछुवा गांव के दो बच्चे कबीर (4 वर्ष) और गर्मित (ढाई वर्ष) को बुखार की शिकायत पर परासिया के डॉक्टर प्रवीण सोनी को दिखाया गया था। डॉक्टर ने दवा के साथ “कोल्ड्रिफ सिरप” लिखी। सिरप देने के बाद बच्चों की हालत सुधरने के बजाय और बिगड़ गई।
कबीर पिता कमलेश को 24 अगस्त को परासिया ले जाया गया था। हालत में सुधार न होने पर परिवार ने उसे नागपुर और फिर भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 8 सितंबर की रात उसने दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि “कोल्ड्रिफ सिरप” पीने के बाद ही बच्चे की किडनी फेल होने के लक्षण दिखाई दिए। दूसरा मामला लादी ग्राम का है। गर्मित पिता निखिलेश को भी परासिया के इसी डॉक्टर ने इलाज दिया था। इलाज के बाद बच्चे में पेट फूलने और किडनी संबंधी दिक्कतें शुरू हुईं और 1 अक्टूबर को उसकी गांव में ही मौत हो गई।