
देहरादून: राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT), देहरादून ने करियर बडी क्लब के सहयोग से करियर गाइडेंस एवं ओरिएंटेशन कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें देहरादून ज़िले के विशिष्ट शिक्षा नेताओं, उद्योग विशेषज्ञों और विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने भाग लिया।
कार्यशाला में एससीईआरटी की निदेशक बन्दना गर्ब्याल, एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून तथा सहायक निदेशक एससीईआरटी विनोद कुमार दौंढियाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण में सुनियोजित करियर मार्गदर्शन के महत्व पर अपने विचार साझा किए।
कार्यशाला को प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों ने भी अपने अनुभव से समृद्ध किया, जिनमें स्वर्लीन कौर (निदेशक – द टॉक रूम), अनुराग चौहान (संस्थापक – ह्यूमन्स फॉर ह्यूमैनिटी), गौरव मिश्रा (लाइफ स्किल एजुकेटर एवं क्लस्टर हेड – स्कूल फॉर लाइफ, यूपीईएस), अनुकृति बत्रा (संस्थापक – प्लान योर मेमोरीज़), और सैठजीत सिंह अरोड़ा (सीईओ – करियर बडी क्लब) शामिल रहे। इनके सत्रों में विद्यालयों को पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़कर जीवन कौशल, उद्यमिता और उद्योग-विद्यालय सहयोग को पाठ्यक्रम में शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
इस अवसर पर देहरादून के सरकारी और निजी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और शिक्षा एवं करियर विकास के भविष्य पर विचारोत्तेजक चर्चाएँ कीं।
अपने संबोधन में निदेशक एससीईआरटी बन्दना गर्ब्याल ने करियर मार्गदर्शन की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएँ विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में सहायक हैं।
मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद दौंढियाल ने भी करियर बडी क्लब द्वारा उत्तराखंड में करियर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे सराहनीय कार्य की प्रशंसा की।
इस अवसर पर करियर बडी क्लब के सीईओ सैठजीत सिंह अरोड़ा ने कहा, “उद्योग से संबंधित कौशल विद्यार्थियों को उनके विद्यालयी दिनों में ही सिखाए जाने चाहिए।” उन्होंने भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दृष्टि में विद्यालयों की भूमिका पर ज़ोर देते हुए जीवन कौशल, उद्यमिता और उद्योग-विद्यालय सहयोग के महत्व को रेखांकित किया