बौद्ध धम्म की मुख्य विशेषताएं विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन।
बिजनौर – आवास विकास कालोनी स्थित पंचशील बुद्ध विहार, अम्बेडकर भवन बिजनौर में दि बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया एवं बुद्ध संस्कृति विश्वविद्यापीठ के संयुक्त तत्वाधान में बौद्ध धम्म की मुख्य विशेषताएं विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन बोधिसत्व भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जनकल्याण समिति, बिजनौर द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान बुद्ध एवं डॉ भीमराव अंबेडकर जी के प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती प्रचलित कर पुष्प अर्पित कर नमस्कार, त्रिशरण पंचशील के साथ बुद्ध वंदना, धम्म वंदना, संघ वंदना करके किया गया।इस अवसर पर दि बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया के प्रदेश महासचिव बौद्धाचार्य एवं केंद्रीय शिक्षक राकेश भारती ने बौद्ध धम्म की मुख्य विशेषताएं विषय पर बोलते हुए कहा कि बौद्ध समाज के सभी लोग एक दूसरे को समान मानते हैं, सभी को शिक्षा एवं पेशा करने की स्वतंत्रता है और महिलाओं को पुरुषों के बराबर समान अधिकार प्राप्त है। बौद्ध धम्म में दो संघ है भिक्षु संघ और उपासक संघ। बौद्ध धम्म में भिक्षु संघ के लिए सील व्रत है और उपासक संघ के लिए सील नियम।इस अवसर पर इंजीनियर मणिकांत, पूर्व एडीएम सीपी सिंह, मनीषा बौद्ध, बौद्धाचार्य मामराज बौद्ध, आशाराम, सुरेन्द्र सिंह नवल, हरिराज सिंह केसरी, गणेश बौद्ध, शिवराज सिंह, छोटे सिंह, तिलकराम बौद्ध, वीर सिंह बौद्ध, अंजूषा सिंह, सुमित्रा आदि ने अपने विचार व्यक्त किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश कुमार एडवोकेट ने की तथा संचालन बुद्ध संस्कृति विश्वविद्यापीठ के अध्यक्ष गोविंद सिंह बौद्ध ने किया।इस अवसर पर नकुल कुमार गौतम, एडवोकेट जगदीश बौद्ध, वेदप्रकाश ,दीपा बौद्ध, योगेंद्र सिंह, उत्तरा बौद्ध,राजू , सुभाष चन्द्र बौद्ध, धर्म से मोर्य , उमेशचंद्र, सहित अनेक उपासक, उपासिकाओं ने भाग लिया।