बैंक शाखा प्रबन्धकों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन |
बिजनौर – मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा की अध्यक्षता में आज बैंक शाखा प्रबन्धकों का “सूक्ष्म वित्त एवं वित्तीय समावेशन” विषयक पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजनान्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहो के वित्तीय प्रबंधन में बैंकों का महत्वपूर्ण योगदान है तथा उनके द्वारा किए गए सीसीएल के आधार पर समूह अपनी आजीविका संबंधित गतिविधियों का संचालन निरंतर एवं सुचारु रुप से कर सकता है।इस कार्यशाला में हैदराबाद से आए एनआरपी के द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 का रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के द्वारा जारी मास्टर सर्कुलर एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन की बैंक से सम्बन्धित प्रक्रियाओं पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गयी एवं कार्यशाला को अवगत कराया गया मास्टर सर्कुलर में स्वयं सहायता समूह एवं बैंक शाखा प्रबंधकों के समझ आने वाली समस्याओं के निस्तारण संबंधित दिशा निर्देश दिये गये। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान हैदराबाद के नेशनल रिशोर्स पर्सन के द्वारा उक्त उन्मुखीकरण कार्यशाला में समस्त प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया एवं उनके द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनकी शंकाओं का निस्तारण किया गया। कार्यशाला में 53 शाखा प्रबंधकों सहित अधिकारीगण एवं अन्य कर्मचारी सहित कुल 145 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।उन्मुखीकरण कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंकर्स, ब्लॉक मिशन प्रबंधक और बैंक सखी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। उपायुक्त स्वतः रोजगार आर. बी. यादव द्वारा कार्यशाला में आए प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यशाला का समापन किया गया।