
देहरादून। राजधानी देहरादून में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म और गर्भपात का मामला सामने आया है। पीड़िता चार महीने की गर्भवती थी। पीड़िता को गर्भपात के लिए कुछ गोलियां दी गई थी, जिससे उसका बहुत अधिक रक्तस्राव हुआ। फिर पीड़िता को 108 की मदद से दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद ही पुलिस को इस मामले की खबर लगी। मामले की जानकारी मिलते ही बाल आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना भी पीड़िता से मिलने से हॉस्पिटल पहुंचीं। गीता खन्ना से बातचीत करते हुए नाबालिग पीड़िता ने चौंकाने वाले खुलासे किए।
पीड़िता ने बाल आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना को बताया था कि 13 साल की उम्र से उसका शारीरिक शोषण हो रहा था। फिलहाल पीड़िता की उम्र करीब 14 साल है। यानी बीते एक साल से पीड़िता का यौन शोषण किया जा रहा था। आरोपी पीड़िता को गर्भ निरोधक गोलियां भी खिला रहा था। नाबालिग पीड़िता के साथ उसकी 19 वर्षीय बहन भी रहती थी। कोरोना काल में बच्ची की मां की मौत के बाद से दोनों बहनें अनाथों की तरह जीवन यापन कर रही थी।
जानकारी के अनुसार, सोमवार रात 9 जून को नाबालिग लड़की को दून अस्पताल में अत्यंत गम्भीर अवस्था में भर्ती कराया गया था। नाबालिग का गर्भपात कराया गया था। हॉस्पिटल प्रबंधन ने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने हॉस्पिटल पहुंचकर पीड़िता से बात की और पूरा मामला जाना।
पुलिस को जानकारी मिली कि पीड़िता अपनी बड़ी बहन के साथ पटेल नगर कोतवाली क्षेत्र में ही रहती है। आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले युवक ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया है, जिस वजह से पीड़िता गर्भवती भी हो गई थी। पीड़िता करीब चार महीने की गर्भवती थी। आरोपी ने बिना डॉक्टरों के परामर्श के ही पीड़िता को गर्भ गिराने की दवाई खिलाई, जिससे उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उसे 108 सेवा की मदद से दून अस्पताल लाया गया था।
आरोपी दूसरे समुदाय का होने के कारण बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आईएसबीटी चौकी पर आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा किया। पुलिस को आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है।
बाल आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना ने अस्पताल पहुंच कर नाबालिग बच्ची के परिजनों से मिलकर आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। कोतवाली पटेलनगर प्रभारी चंद्रभान सिंह ने बताया कि पुलिस ने घटना का खुद संज्ञान लिया था। कोतवाली पटेल नगर में महिला उप निरीक्षक ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और फिर उसे गिरफ्तार किया।