राष्ट्रीय

मेकमायट्रिप ने लॉन्च किया बहुभाषी जनरेटिव एआई ट्रिप प्लानिंग असिस्टेंट

यात्रा बुकिंग को बनाया संवादात्मक और समावेशी
एजेंटिक एआई फ्रेमवर्क पर आधारित यह सिस्टम रियल-टाइम में लाखों ट्रैवल फैसलों को देगा ताकत

नई दिल्ली:  भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी, मेकमायट्रिप ने ट्रैवल प्‍लानिंग को सरल, संवाद-आधारित और सभी के लिए सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने जनरेटिव एआई-इनेबल्‍ड ट्रिप प्लानिंग असिस्टेंट लॉन्च किया है, जो यात्रा की खोज से लेकर बुकिंग, यात्रा के दौरान और उसके बाद तक हर चरण में यूजर्स की मदद करेगा। यूजर्स को उनके पूरे सफर में बातचीत के माध्यम से सहायता मिलेगी, जिसमें डेस्टिनेशन की तलाश, खरीदारी, यात्रा के दौरान, और बिक्री के बाद के परिदृश्य शामिल हैं। नया जेनएआई ट्रिप प्लानिंग असिस्टेंट पुराने एआई एजेंट मायरा का बेहतर वर्जन है, जो अब आवाज और टेक्स्ट के ज़रिए यात्रियों से बात कर सकता है। इससे उन लोगों को भी मदद मिलेगी जो अब तक अंग्रेजी भाषा में असहज होने की वजह से ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग से वंचित थे। मायरा का बीटा वर्जन अभी अंग्रेजी और हिंदी में लाइव है। आने वाले समय में इसे कई अन्य भारतीय भाषाओं में भी लॉन्च किया जाएगा। फिलहाल यह वर्जन शुरुआती यूजर्स के फीडबैक के आधार पर बेहतर संवाद अनुभव के लिए परखा जा रहा है।

इस असिस्‍टेंट की मदद से यूजर्स आसानी से हिंदी या अंग्रेजी में यात्रा से जुड़े कठिन सवाल भी पूछ सकते हैं, जैसे “अगस्त में मैं अपने बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए कहाँ जा सकता हूं?” या “मुझे उदयपुर में 3-स्टार होटल 3500 रुपये के बजट में चाहिए।” या “मैं दक्षिण भारत में मदुरै, रामेश्वरम, कोवलम, कोडाइकनाल घूमना चाहता हूँ। लेकिन फ्लाइट से नहीं जाना चाहता, कोई अच्छा रूट बताइए।” आपको वास्तविक समय में उपलब्धता, कीमतों और प्रासंगिकता के आधार पर अपने सभी सवालों के व्‍यक्तिगत जवाब मिलेंगे। अधिकांश ग्लोबल एआई प्लेटफ़ॉर्म केवल सुझाव देकर रुक जाते हैं, जबकि मायरा यूजर को प्रेरणा से बुकिंग तक के पूरे सफर में एक ही संवाद में ले जाती है – जहां उपयोगकर्ता केवल बातचीत के जरिए ही ट्रैवल प्‍लानिंग से लेकर पक्की बुकिंग तक पहुंच सकता है।

जेनएआई ट्रिप प्लानिंग असिस्टेंट, मायरा, सभी प्रमुख यात्रा श्रेणियों—फ्लाइट, एकोमोडेशन, हॉलिडेज़, ग्राउंड ट्रांसपोर्ट, वीजा और फॉरेक्स के लिए विशेष एआई एजेंट्स के नेटवर्क पर बनाया गया है। यह टेक्स्ट, वॉइस, इमेज और वीडियो जैसे मल्टीमॉडल इनपुट्स को सपोर्ट करता है और उसी इंटरफ़ेस में बैक-एंड डायलॉग, यात्रा की री-प्लानिंग और पोस्ट-सेल्स सहायता प्रदान करता है।
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इस लॉन्च के मौके पर मेकमायट्रिप के को-फाउंडर और ग्रुप सीईओ राजेश मागो ने कहा, “हमारा हमेशा से मानना रहा है कि तकनीक तब सबसे अच्छी होती है जब यह पर्दे के पीछे जटिल समस्‍याओं को हल करे। साथ ही ग्राहक इंटरफेस को सहज और आनंददायक बनाए। जेनएआई के साथ, हम इस विजन को और बेहतर कर रहे हैं, ताकि लोग स्वाभाविक, इंसानों जैसी बातचीत के जरिए अपनी ट्रैवल प्‍लानिंग कर सकें। अभी हमने हिंदी से शुरुआत की है और जल्द ही इसे कई अन्‍य भारतीय भाषाओं में लेकर आएंगे। इस लॉन्च में भारत के हर व्‍यक्ति की यात्रा से जुड़ी समस्‍या को हल करने की क्षमता है, यह दूरदराज के कोने तक पहुंचेगा और उन लोगों को भी ट्रैवेल बुकिंग कराने में मदद करेगा जिन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म्स द्वारा लंबे समय से उपेक्षित किया गया है।
मेकमायट्रिप के ग्रुप सीटीओ संजय मोहन ने कहा, “यह सिस्टम इतना बड़ा और जटिल है कि यह हमारा अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी तकनीकी प्रोजेक्ट है। यह अपनी तरह का पहला सिस्टम है जो इतनी श्रेणियों में, वास्तविक समय में इतनी गहराई के साथ काम करता है। हमारी इन-हाउस टीम ने कस्टम लैंग्‍वेज मॉडल विकसित किए हैं और उन्हें ट्रैवल प्‍लानिंग, शेड्यूलिंग, और वेरिफिकेशन सिस्‍टम के साथ जोड़ा गया है जो एक साथ काम करते हैं और वास्तविक समय में प्रतिक्रिया देते हैं।

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