देहरादून/ आज लग रहा है साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण | सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित के मुताबिक आज 5 मई वैशाख पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है | इस दिन बुद्ध पूर्णिमा भी मनाई जा रही है | चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है लेकिन इसका विशेष धार्मिक महत्व भी होता है |
• आइए जानते है इस चंद्र ग्रहण को कहां-कहां से देखा जा सकता है, यह किस तरह का चंद्र ग्रहण है, इसका सूतक क्या होगा और कितने बजे से दिखना शुरू होगा
यह साल का पहला ग्रहण और दूसरा चंद्र ग्रहण है |इससे पहले 20 अप्रैल के दिन पहला ग्रहण लगा था जोकि सूर्य ग्रहण था |
यह चंद्र ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा | उपच्छाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) दुर्लभ होता है और दशकों में एक से दो बार ही लगता है |उपच्छाया चंद्र ग्रहण में सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में होते हैं |
उपच्छाया चंद्र ग्रहण में चंद्र ग्रहण पर पृथ्वी की छाया पड़ती है |रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह उपच्छाया गहरी होने वाली है और इस तरह का गहरा चंद्र ग्रहण यानी टोटल पेनुंब्रल चंद्र ग्रहण अगली बार 2042 में लगेगा |
इस चंद्र ग्रहण को नग्न आंखों से आसानी से नहीं देखा जा सकता है | विशेष उपकरणों या कैमरा से इसे देखना आसान होता है |अगर आसमान पूरी तरह साफ हुआ तो इसे बिना उपकरण देखा जा सकेगा |
चंद्र ग्रहण 5 मई की रात 8 बजकर 44 मिनट से लगना शुरू होगा और देररात 1 बजकर 1 मिनट तक रहेगा जिस समय 6 मई का दिन लग जाएगा |
भारत में साल के पहले चंद्र ग्रहण को देखा जा सकता है | यह शुरू से आखिर तक भारत में देखा जा सकेगा लेकिन कुछ हिस्सों में समय अलग हो सकता है, जैसे दिल्ली और मुंबई से रात 10 बजकर 52 मिनट पर इसे देखा जा सकता है |
जिन जगहों से इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकता है उनमें भारत, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका, हिंद महासागर और यूरोप शामिल हैं | इस ग्रहण को नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका और यूरोप के कुछ हिस्से से बिल्कुल भी नहीं देखा जा सकेगा |
चंद्र ग्रहण का परमग्रास रात 10:52 पर होगा | यह वह समय होगा जब चंद्र ग्रहण अपने चरम पर होगा और पूरी तरह लग चुका होगा |
भारत से चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा | सूतक काल ग्रहण लगने से 9 से 12 घंटे पहले ही लग जाता है | साल 2023 का दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगेगा | यह चंद्र ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण होगा |