संत कबीर जयंती बड़ी धूम धाम से मनाई गई |

बिजनौर – शिवाजी नगर, मंडावर रोड जिला बिजनौर उप्र में कबीर जयंती बड़ी धूम धाम से मनाई गई, साथ ही संत कबीर जन चेतना केंद्र का भी शिलान्यास किया गया, कबीर साहिब ने अपने दोहे में जीव कल्याण की बात कही, उन्होंने कर्मकाण्ड पाखंडवाद को खत्म करने की बात अपने दोहों के माध्यम से की, भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में कबीर साहिब के विचार पर चलने वाला व्यक्ति ही विज्ञान की खोज करता है, कबीर साहिब के दोहों पर शिक्षा के क्षेत्र में आज भी पीएचडी कराई जाती है, कबीर का दर्शन मनुष्य को एक स्थिर ज्ञान के मार्ग की ओर अग्रसर करता है, वर्तमान की ईर्षा और लालच स्वयं से प्रेरित है, लालच और ईर्षा रखने वाला व्यक्ति कभी जन हित का व्यवहार नही रखता है, जनाता को समझना होगा कि वर्तमान में किस तरह व्यवहारिक और मानसिक प्रदूषण बढ़ा हुआ है, कबीर ने धर्म जाति को बढावा नहीं दिया बल्कि मनवाता को बढ़ावा दिया है, मनुष्य का परम धर्म चेतन देव की सेवा करना है, न कि कर्मकाण्ड और पाखण्डवाद को बढ़ावा देना, अच्छा विचार जनहित में जबतक लागू नहीं हो सकते है, जबतक कि स्वयं का व्यवहार और विचार एक दूसरे के अनुकूल न हो, कबीर जन चेतना केंद्र का शिलान्यास डा बी पी अशोक आईपीएस, अरुण चौधरी, राजेंद्र बहादुर कोरी कोशांभी, श्रीमती इन्दिरा सिंह पत्नी डा बीरबल जी, श्रीमती रामरती जी पत्नी स्व सग्गू सिंह श्रीमति रुचिवीरा जी ने किया, साथ ही मंच से कबीर जायंती मानते हुए सभी वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे, जिसमें किसान नेता राजेश प्रधान , किसान नेता चोधारी वीरेंद्र जी, नीलम भुइयार, रामपाल जी, बार अध्यक्ष एस0के0 बबली, डॉ सतपाल जी, मा राजिंदर जी, नानक देव प्रजापतिजी, नवल किशोर, एड0 सत्यप्रकाश, चोधरी पदम सिंह, किसान नेता रोहितास जी, एड देशराज भुइयार, विमल कटियार, महेंद्र कामा जी, मुकेश कोरी, सुधीर भुइयार , किसान नेता आदिल जैदी, रीना भुइयार, पवन कुमार, सोनू भुइयार, रीता भुइयार अन्य आदि वक्ताओं ने अपने विचार रखे,
जन्में सब एक बीज से, सबकी मिट्टी एक। मन में दुविधा पड़ गई, हो गए रूप अनेक।।