देहरादून / आम आदमी पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने तंज कसते हुए कहा सर्वे ऑफ इंडिया के गेट के कूड़ेदान के पास एक महिला का शव मिलना कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है। यह स्थान राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के कार्यालय के पास है।
जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि भाजपा के शासन में जिस तरह से महिलाओं के साथ अमानुषिक व्यवहार हो रहा है, चरित्र हनन की घटनाएं हो रही है, सेक्सुअल हैरेसमेंट की खबरें समय-समय पर देश के अलग- अलग राज्यों से सुनाई देती है वह अत्यंत चिंताजनक है।
उन्होंने कहा महिलाओं की हत्या, लूटपाट घटना के अलावा सबसे बड़ी चिंता का विषय है कि संसद के इसी सत्र में लोकसभा सरकार की तरफ से पेश एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले तीन सालों (2019 से 2021) में 13.13 लाख महिलाऐं गायब हुई हैं , जिनका कोई अता पता नहीं चल पाया है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी की सरकार महिलाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है। मोदी जी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा पूरी तरह से फ्लाप साबित हुवा है। भाजपा के राज में गर्भ में बेटियों की हत्या, सरेआम हत्या, व्यभिचार, अमानुषिक व्यवहार करने के साथ-साथ अब लाखों की संख्या में महिलाओं के गायब होने की खबर ने भाजपा सरकार की महिला नीति की पोलखोल कर रख दी है। इन घटनाओं ने केंद्र सरकार की महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। भाजपा के राज में देश से लेकर भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था को ठीक तरह से लागू करने में असफल सिद्ध हो रही है तथा गुण्डो से मातृ शक्ति को सुरक्षा देने पूरी तरह से विफल रही है। नैतिकता का तकाजा है कि महिलाओं की रक्षा में पूरी तरह से विफल भाजपा सरकारों को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है ।