वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के तत्वाधान में सदस्यों ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी।

बिजनौर – ( नजीबाबाद ) वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के तत्वाधान में आज ब्राह्मण धर्मशाला में सदस्यों ने स्वतंत्रता दिवस की बेला में सब को स्वतंत्र दिवस की बधाई दी। और सभी ने अपने अपने विचारों से देश के प्रति अपने कर्तव्यों के लिए अपने योगदान की इच्छा जताई। सुमन वर्मा ने अपनी साहित्यिक रूप से गद्य और पद्य दोनों रूपों से अपने विचारों का समावेश किया।वहीं अशोक कुमार अग्रवाल जी ने अपने विचारों से देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराया।अशोक कुमार सविता ने भी देश के प्रति अपने उन्मुक्त विचारों से अन्य सदस्यों को प्रेरित किया। एजाज उल हसन जैदी का मोहब्बत का पैगाम राष्ट्र के नाम अपने जीवन के अनुभव को साझा करते हुए समाज में मोहब्बत से रहने का अनुभव साझा किया। जयप्रकाश जोली ने अपनी कविता के माध्यम से मोहब्बत के पैगाम को ही चिन्हित किया।और नेताओं की बातों में आने से परहेज के लिए आगाह किया। सुभाष सिंघल जी ने भी अपने संबोधन में राष्ट्र के प्रति अनुभवों को और अपने जीवन की कार्य पद्धति से किस प्रकार समाज को जोड़कर रखा जा सकता है। अपने अनुभवों को साझा किया । अशोक वर्मा जी जैदी साहब की बातों का अनुसरण करते हुए मोहब्बत के पैगाम में अपने जीवन के अनुभवों को जोड़कर सभी को एक साथ रहने की मंशा जाहिर की। केपी सिंह जी जिन्होंने अपने कर्तव्यों को अपनी सेवाओं के जरिए राष्ट्र को समर्पित किया उन्होंने भी अपने विचारों को सुना कर अपने कर्तव्य को निभाने की जरूरत पर बल दिया, वहीं शिवकुमार अरोड़ा एडवोकेट जिन्होंने देश में आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त जो भी व्यक्ति है उन पर आम जनता को निगाह रखने की आवश्यकता है। इकबाल अख्तर ने समाज के प्रति अपनी जागृति को हर एक वरिष्ठ नागरिक को रखनी चाहिए।एक किससे को सुना कर उन्होंने भी वरिष्ठ नागरिकों को अपनी भूमिका निभाने की अपील की। विकास विदियाम द्विवेदी जी ने अपने रोष को प्रकट करते हुए कहा कि हमें राजनीति करने वालों से सतर्क रहने के लिए आगाह किया। जिसे समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचती हो। कोषाध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा जी ने शहीदों की याद में अपनी कविता सुनाकर उस प्रेरणा का अनुसरण किया और जागरूकता पैदा की कि हमें शहीदों को याद रखना चाहिए ।जितेंद्र कक्कड़ ने भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए देश के प्रति सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया और समाज के लिए कार्य करते रहने के प्रति जागरूकता को प्राथमिकता देने के लिए अपील की। अंत में अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद त्यागी जी ने अपने मुक्तक के साथ शहीदों को याद किया और सभी सदस्यों को इस कार्यक्रम में आने के लिए बधाई दी और जिस तरह से आज के कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने और सभी सदस्यों ने बड़ी गंभीरता से स्वतंत्रता दिवस की उपलब्धियां को सुनाया और सुना उसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।