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उत्तराखंड में कोरोना काल में चौपट हुए कारोबार में अब पकड़ने लगी है तेज गति,पहाड़ की वादियों का दीदार और धार्मिक स्थलों के दर्शन करने को पर्यटक उत्साहित

उत्तराखंड: कोरोना काल में चौपट हुए पर्यटन कारोबार ने इस सीजन अभी से तेज गति पकड़ ली है। अप्रैल की शुरुआत से कुमाऊं के पर्यटन स्थलों में सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है, तो वहीं गर्मी की छुट्टियों में परिवार संग पहाड़ की वादियों का दीदार और धार्मिक स्थलों के दर्शन करने को भी पर्यटक उत्साहित हैं।

सैलानियों ने टैक्सियों की एडवांस बुकिंग तक करवा ली है। ऐसे में कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी से मंडल भ्रमण के लिए संचालित होने वाली टैक्सियां जून तक पैक हो चुकी हैं। टैक्सी संचालकों की मानें तो हल्द्वानी, काठगोदाम समेत पूरे नैनीताल जिले से करीब 500 टैक्सियां कुमाऊं भ्रमण करवाती हैं।

पर्यटकों ने फरवरी में ही एडवांस बुकिंग करवा ली है। इसलिए अगर कोई अब महानगरों से हल्द्वानी या काठगोदाम पहुंचकर कुमाऊं भ्रमण के लिए टैक्सी बुक कराता है तो उनको परेशानी हो सकती है।

इधर, हल्द्वानी से कुमाऊं भ्रमण पर जाने वाले पर्यटकों को तीन हजार से छह हजार रुपये तक प्रतिदिन किराये पर टैक्सी उपलब्ध हो जाएगी। इसमें 12 दिन की मंडल यात्रा और धार्मिक स्थलों का दर्शन शामिल रहेगा।

  • वाहन प्रकार – किराया
  • सुपर लग्जरी कार – 5500-6000
  • लग्जरी कार – 4000-4500
  • छोटी कार – 3000-3500
  • साधारण कार – 2500-3000
  • (स्रोत: हल्द्वानी और काठगोदाम टैक्सी संचालक)

कुमाऊं भ्रमण का पड़ाव नैनीताल से शुरू होता है और यात्रा 10 से 12 दिन की रहती है। इसमें नैनीताल, कैंची धाम, कौसानी, बैजनाथ धाम, मुनस्यारी, पिथौरागढ़, पाताल भुवनेश्वर, मायावती आश्रम, धौला छीना, जागेश्वर, बिनसर, रानीखेत की यात्रा शामिल होती है।

हल्द्वानी के टैक्सी संचालकों के अनुसार कैंची धाम दर्शन के लिए इस बीच सबसे ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। ऐसे में रोजाना 100 से ज्यादा टैक्सियां सिर्फ कैंची रूट पर ही संचालित हो रही हैं। बुकिंग के साथ शेयरिंग में भी टैक्सी संचालित हो रही हैं।

कोरोना काल के बाद पहली बार इस साल बंपर काम है। जून तक गाड़ियां बुक हैं और अधिकांश बुकिंग कुमाऊं भ्रमण के लिए हुई हैं। पर्यटकों ने पांच महीने पहले ही बुकिंग करवा ली थी।

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