देहरादून। भाजपा ने जोशीमठ आपदा आधारित भूगर्भीय रिपोर्ट पर संतुष्टि जताते हुए, भरोसा दिलाया है कि रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय निगरानी में शीघ्र वहां आपदा प्रबंधन की योजनाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा। साथ ही सुरक्षित एवं समृद्ध जोशीमठ के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हुए, बिना किसी तथ्यों के राष्ट्र सुरक्षा से जुड़े परियोजनाओं को इस आपदा के लिए जिम्मेदार ठहराने वाले राजनैतिक पार्टियों के मुंह पर इस रिपोर्ट को तमाचा बताया। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने विभिन्न माध्यमों से मीडिया से हुई बातचीत में कहा, केंद्र एवं राज्य की अलग अलग विशेषज्ञ एजेंसियों की सामूहिक रिपोर्ट का हम सबको इंतजार था। हालाकि इससे पूर्व ही सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रभावित लोगों एवं क्षेत्रों में राहत और मुआवजे के कार्यों को प्रभावित पक्षों की सहमति से अंजाम दिया जा रहा है।
लेकिन जोशीमठ को लेकर आपदा प्रबंधन की कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के लिए आपदा के वास्तविक वैज्ञानिक कारणों को जानना बेहद आवश्यक था। अब चूंकि केंद्र एवं राज्य के सभी शीर्ष वैज्ञानिक ऐजेंसियों की समूहिक रिपोर्ट प्रदेश सरकार को मिली है, जिसमे आपदा के हालिया स्थिति के लिए प्रमुख कारण के रूप में शहर की धारण क्षमता और जमीन के अंदर रिस कर जा रहे सीवर एवं अन्य पानी को बताया गया है। हालांकि मुख्यमंत्री धामी ने आपदा के समय ही, संभावनाओं के मद्देनजर राज्य के सभी शहरों की धारण क्षमता जाँचने के लिए निर्देश पहले ही जारी कर दिये थे। फिलहाल इस रिपोर्ट का विस्तृत अध्यन के बाद केंद्र सरकार को आवश्यक निर्देशों के लिए भेजा गया है द्य उन्होने कहा, रिपोर्ट की सभी फाइंडिंग पर विचार के बाद शीघ्र ही प्रभावित क्षेत्र में आपदा प्रबंधन की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
श्री भट्ट ने इस वैज्ञानिक रिपोर्ट को उन राजनैतिक दलों के मुंह पर भी तमाचा बताया है जो कल तक आपदा की आड़ में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी परियोजना को बंद करने की मुहिम चला रहे थे द्य सभी जानते हैं कि आल वेदर सड़क और ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल मार्ग निर्माण का हमारी सीमाओं की सुरक्षा के लिए कितना महत्वपूर्ण हैं, साथ वहाँ निर्माणाधीन पावर प्रोजेक्ट प्रदेश ही नहीं देश के लाखों घरों को रोशन करने की दृष्टि से बनाए जा रहे हैं द्य लेकिन कॉंग्रेस, वामपंथी संगठन भाजपा विरोध में इतने आगे निकल गए हैं कि वे देश की मजबूती के लिए बनाई जाने वाली परियोजनाओं को भी बंद कराने से पीछे नहीं हट रहे हैं। जोशीमठ आपदा की आड़ लेकर इन तमाम राजनैतिक दलों ने बिना किसी वैज्ञानिक तथ्यों के, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से ऐसे सभी प्रोजेक्ट को बंद करने के लिए भ्रम फैलाया और आंदोलन भी किया। हालांकि स्थानीय राष्ट्रभक्त जनता ने उनकी मंशा को भाँपते हुए उनका कभी साथ नहीं दिया और अब विस्तृत वैज्ञानिक रिपोर्ट सामने आने के बाद से तो इन सभी अराजक तत्वों की कलई पूरी तरह से खुल गयी है। उन्होने भरोसा दिलाते हुए कहा, इस तरह की तमाम राष्ट्र विरोधी ताकते और मौकापरस्त राजनैतिक दल तमाम कोशिश कर लें, लेकिन भाजपा सरकार सुरक्षित, समृद्ध जोशीमठ और सशक्त भारत बनाए रखने के लिए कृत संकल्प है।