खोज लो दूसरा दूल्हा’: दुल्हन करती रही इंतजार, नहीं आई बरात
कौशांबी: सरायअकिल कोतवाली के चंदनापुर गांव में मंगलवार को बुलेट की मांग पूरी नहीं होने पर दूल्हे ने बारात लेकर आने से इनकार कर दिया। शादी के दिन बरात आने से चंद घंटे पहले हुई इस घटना से कन्या पक्ष के लोग सदमे में है। बरात की सारी तैयारियां धरी गईं। खुशियों वाले घर में मायूसी छा गई। हालांकि, अभी पीड़ित पक्ष ने मामले में कहीं कोई शिकायत नहीं की है।
गौरा गांव के मजरा चंदनापुर निवासी शिवलोचन मजदूर है। उसने अपनी बेटी वंदना की शादी के लिए वर्ष भर पहले धूमनगंज (प्रयागराज) के रम्मन का पुरवा निवासी सालिगराम उर्फ सल्लू के बेटे पंकज से तय की थी। रिश्ता पक्का होने के बाद पंकज और वंदना आपस में फोन पर बातचीत करते थे।
मंगलवार को बरात आनी थी। तिलक भी वंदना के घर पर ही होना तय किया गया था। सुबह से ही वंदना के पिता और तीन भाई घर आए रिश्तेदारों के साथ शादी की तैयारी करने में जुटे थे। शाम से घर में रिश्तेदारों का आना भी शुरू हो गया।
इसी बीच अचानक शाम के सात बजे वंदना के मोबाइल पर दूल्हे पंकज ने फोन किया और पूछा कि दहेज में मिलने वाली बुलेट आई है कि नहीं। इस पर वंदना ने बताया कि रिश्ता तय होने से पहले बिना दहेज के साधारण रूप से शादी करने की बात हुई थी। इसलिए बुलेट देने का कोई सवाल ही नहीं है।
इस पर दूल्हे पंकज ने फोन पर वंदना से दो टूक कहा कि बिना बुलेट वह बरात लेकर नहीं आएगा, किसी और को दूल्हा चुनकर शादी कर लो। दूल्हे की यह बात सुनकर वंदना और उसके परिवार वाले सन्न रह गए। घर में शादी की सारी तैयारी धरी रह गई। पीड़ित पिता ने बताया कि अभी कोई शिकायत नहीं की गई है।
दूल्हे और उसके परिवार वालों से बात की जा रही है। बात नहीं बनने पर कार्रवाई के लिए पुलिस को तहरीर दी जाएगी। वहीं, सरायअकिल इंस्पेक्टर विनीत सिंह ने ऐसी किसी जानकारी से इंकार किया है। उनका कहना है कि तहरीर मिलेगी तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
दुल्हन के पिता ने बताया कि उसकी चार बेटियां हैं। एक बेटी की शादी वह दो वर्ष पहले कर चुका है। वंदना दूसरे नंबर की बेटी है। उसका होने वाला दामाद प्लाटिंग का काम करता है। रिश्ता तय होने से पहले उसने बिना दहेज की साधारण शादी करने के लिए सहमति जाहिर की थी।