
देहरादून । जिलाधिकारी सविन बंसल ने आशाओं के साथ चौथी बार संवाद किया। उन्होंने फील्ड में काम कर रहे फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया। जिलाधिकारी ने जिले में पहली बार आशाओं को इंसेटिव देने और अच्छा काम करने वाली आशााओं और आशा फेसिलेटर को 1555 रुपये के पुरस्कार से पुरस्कृत करने की योजना की जानकारी भी दी। संवाद के दौरान जिलाधिकारी ने आशाओं को उनके अधिकार और जिम्मेदारी की जानकारी दी। कहा कि आशाओं के संक्रमित होने पर उनकी प्राथमिकता के साथ इलाज की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी। जिलाधिकारी कहा कि आशाएं सिर्फ स्वास्थ्य कार्यकर्ता नहीं, बल्कि पूरे हेल्थ सिस्टम की रीढ़ बन चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि पिंक ड्रेस अब मात्र एक यूनिफॉर्म नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य सिस्टम की पहचान बन गई है। उन्होंने डेंगू नियंत्रण में आशाओं की सक्रिय भूमिका को विशेष रूप से सराहा और कहा कि उनके समर्पण के कारण जनपद में इस वर्ष डेंगू के सबसे कम केस आए हैं। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनोज कुमार मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद ढौंडियाल, एसीएमओ डॉ. निधि, सीओ अनुज कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग जितेन्द्र कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।