किसानों की समस्याओं के गुणवत्तापरक निस्तारण के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्व |

बिजनौर – जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण पूर्ण गुणवत्ता के साथ करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसान देश की रीढ़ है, उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए शासन द्वारा निर्गत निर्देशों के अनुपालन में किसान दिवस का आयोजन कर उपलब्ध अधिकारियों के माध्यम से समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता व पूर्णगुणवत्ता के साथ निस्तारण किया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार किसानों के हितार्थ अनेकों कदम उठा रही है तथा अनेक योजनाएं संचालित कर रही है जिसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के प्रति संवेदनशील हो कर कार्य करें।
जिलाधिकारी श्री मिश्रा आज दोपहर 12ः00 बजे विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों की समस्याओं व सुझावों को गंभीरता के साथ सुनें और उनकी समस्याओं का निस्तारण पूर्ण मानक एवं तत्परता के साथ करना सुनिश्चित करें ताकि किसान दिवस का औचित्य सिद्ध हो सके। किसानों द्वारा विद्युत कटौती की शिकायत पर उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि यह कोशिश की जाये की बिजली कटौती न्यूनतम हो और फाल्ट की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल मौके पर जाकर उसका निदान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कृषि अधिकारी को निर्देश दिये कि किसान दिवस के अवसर पर जो भी शिकायतें प्राप्त हो उन्हें रजिर्स्टड करते हुए यह भी सुनिश्चित करें कि आगामी किसान दिवस से पूर्व प्राप्त शिकायतों का शत प्रतिशत रूप से निस्तारण हो जाए।उन्होंने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन द्वारा निराश्रित पशुओं को संरक्षित करने का कार्य पूरी गंभीरता के साथ संचालित है और जिले के विभिन्न स्थानों पर गोश्रय स्थलों का निर्माण कराया गया है और निरंतर प्रयासरत है कि कोई भी निराश्रित पशु सड़कों पर आवारा घूमता हुआ न पाया जाए।
उन्होंने यह भी बताया कि संरिक्षत गोवशों के लिए चारे की समुचित व्यवस्था के लिए जहां चारागाह की जमीन 20 से 25 बीघा से ज्यादा है, वहां उक्त भूमि पर चारा, नेपियर घास, सम्पूर्णा घास, चरी की बुआई कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बड़े गोश्रय स्थलों में भूसे की भी पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है, ताकि वहां संरक्षित गोवंशों को हर समय समुचित चारा उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्टीग का काम हर गांव में करा रहे है जिससे खाद व बिजली पैदा करने में सहायक होगा।उन्होंने किसान बंधुओं को अवगत कराया कि आने वाले समय में गन्ने से पेट्रोलियम पदार्थ में एथेनॉल बनाने की योजना से किसानों की आय में वृद्धि होने की सम्भावना है। उन्होंने गन्ना भुगतान पर किसानों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि बिलाई मिल के भुगतान में कमी का समाधान ढूंढने पर प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि कण्व आश्रम में प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण केन्द्र बनाने पर भी कार्य प्रगति पर है। उन्होंने सभी किसानों से आह्वान किया कि किसान खेती के प्रति अपनी दृष्टि बदलें और परम्परागत खेती से आगे बढ़कर व्यवसायिक खेती की ओर अग्रसर हों। उन्होंने सभी किसानों को प्राकृतिक खेती अंगीकार करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।किसान दिवस के अवसर पर बिजली विभाग से संबंधित शिकायतों व अन्य शिकायतों को भी गम्भीरतापूर्वक सुना गया व उसके निस्तारण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार, उप कृषि निदेशक गिरीश चंद्र, जिला कृषि अधिकारी डॉ0 अवधेश मिश्र, जिला गन्ना अधिकारी पी0एन0 सिंह सहित अन्य अधिकारी व किसान बन्धु आदि उपस्थित रहे |