महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग।
बिजनौर – ( नजीबाबाद ) अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति की एक बैठक रम्पुरा स्थित कैंप कार्यालय पर आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता संगठन के जिला अध्यक्ष हाशिम अहमद ने तथा संचालन अल्ताफ रजा ने किया। बैठक में पत्रकार सुरक्षा कानून सहित मीडिया उत्पीड़न को लेकर चर्चा की गई। जगह-जगह पत्रकारों पर दर्ज हो रहे फर्जी मुकदमों को लेकर निंदा प्रस्ताव पास करते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है। मंगलवार को अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति की एक बैठक रम्पुरा स्थित कैंप कार्यालय पर आयोजित की गई जिसमें लखनऊ के पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करने का विरोध करते हुए निंदा प्रस्ताव पास किया गया। जगह-जगह पत्रकारों पर दर्ज हो रहे फर्जी मुकदमे को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा की गई। जिला अध्यक्ष हाशिम अहमद ने बताया कि भारत में सबसे पहले पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने वाला महाराष्ट्र पहला राज्य बन चुका है, इसके बाद छत्तीसगढ़ में भी सरकार ने पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कर दिया है। अन्य प्रदेशों की भांति अब उत्तर प्रदेश में भी पत्रकार सुरक्षा लागू होना बेहद जरूरी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं किया तो बड़े स्तर पर आंदोलन चलाया जाएगा। जिला महासचिव अफजाल अंसारी का कहना है कि लखनऊ में पत्रकारों पर मुकदमे दर्ज होना चिंता का विषय है, अगर पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान नहीं की गई तो वह निष्पक्ष रूप से अपनी लेखनी का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। नगर संरक्षक डॉक्टर आफताब नौमानी ने कहा कि संगठन भारत के 22 राज्यो में काम कर रहा है जो प्रदेश में भी सबसे अधिक पत्रकार उत्पीड़न के मामलो को उठाता है। पत्रकार आम जनता की बातें सरकार तक और सरकार की बातें जनता तक पहुंचाने का काम करता है ऐसे में उसको सुरक्षित होना सबसे अधिक जरूरी है। नगर अध्यक्ष नौशाद सैफी ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून को तेज धार देने के लिए कर्मठ सदस्यों को जोड़कर आंदोलन को तेज किया जाएगा। नए सदस्यों की सूची जल्द ही स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी। इस अवसर पर हाशिम अहमद, अफजाल अंसारी, डॉक्टर आफताब नोमानी, नौशाद सैफी, कानूनी सलाहकार एडवोकेट फहीम अंसारी, मरगूब हुसैन नासिर, अशरफ अली, अल्ताफ रजा, मयंक कश्यप, शाही अराफात सैफी, डॉक्टर वसीम बारी, आफताब आलम, नसीम उस्मानी, अब्दुल रऊफ, मौहम्मद सुहैल राजू आदि मौजूद रहे।