
रुद्रप्रयाग। दशजुल्ला पट्टी के आराध्य देव रावल देवता आजकल देवरा यात्रा बन्यात के भ्रमण पर निकले हुऐ हैं। जिनका गांवों में भव्य स्वागत किया जा रहा है। 22 नवंबर से प्रारंभ हुई रावल देवता की देवरा यात्रा अब घर दिवारा पूरी करने के बाद पूरब दिशा की ओर भ्रमण हेतु अग्रसर हो गई है। दिवारा यात्रा भ्रमण करते हुऐ सबसे पहले पूरब दिशा से कुटुम्ब नगर (कुमेड़ीडांग), सेरा,ध्यूका गांव का पहले दिन भ्रमण किया गया। इस दौरान तीन गांवों की मातृशक्ति एवं भक्त जनों द्वारा रावल देवता के साथ ही चल रहे लाटू देवता, मां राजराजेश्वरी के जयकारे के साथ भव्य स्वागत किया गया। देवरा यात्रा का रात्रि विश्राम भी ध्यूका गांव में हुआ। दूसरे दिन रावल देवता की देवरा यात्रा सुबह ध्यूका गांव से चलकर सेरू, अमकांणा, चौखण्डा आदि गांवों का भ्रमण कर थप्पल गांव में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचा और तीसरे दिन 11 दिसंबर को सुबह थप्पल गांव से भ्रमण करते हुऐ मां चण्डिका के मंदिर और मा चण्डिका की बनातोली स्थान पर गये। इसके बाद रावल देवता की देवरा यात्रा क्यूड़ी गांव पहुंची जहां पर देवरा यात्रा का जयकारे के साथ भव्य स्वागत हुआ। इस देवरा यात्रा (बन्यात) में पंडित अरूण प्रसाद देवरा यात्रा समिति के अध्यक्ष बृजमोहन सिंह पंवार, संयोजक सुनील पंवार, देव पाश्व नन्दा सिंह पंवार, राजेंद्र सिंह पंवार, विजय सिंह पंवार, भूपेन्द्र सिंह बुटोला, विपिन राणा आदि शामिल हैं ।