
- भीड को किया जाएगा कंट्रोल, लंबी लाइनों से मिलेगी निजात
- उत्तराखण्ड में 30 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा
देहरादून। उत्तराखंड चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने वाली है। आज से चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिये गये हैं। इसके साथ ही इस बार चारधाम यात्रा के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इस बार चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टोकन सिस्टम शुरू किया जाएगा।
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया इस बार यात्रा के दौरान जो भी श्रद्धालू दर्शन करेंगे उन्हें एक टोकन दिया जाएगा। टोकन सिस्टम से ही श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति मिलेगी। श्रद्धालुओं को आसानी से और सुविधाजनक दर्शन करवाए जा सकें इसके लिए इसे शुरू किया गया है। सभी श्रद्धालुओं को टोकन देने के साथ ही उन्हें दर्शन का भी समय बताया जाएगा। धाम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टोकन सिस्टम शुरू किया जा रहा है।
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने कहा कई बार ऐसा देखा गया है कि अचानक से चार धाम के मंदिरों में भीड़ अत्यधिक इकट्ठी हो जाती है, टोकन सिस्टम शुरू करने से वही लोग धाम की तरफ जा पाएंगे जिनको टोकन प्राप्त हो जाएगा। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने रजिस्ट्रेशन को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि पंजीकरण ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से किए जाएंगे। ऑफलाइन की व्यवस्था यात्रा शुरू होने के बाद की जाएगी।
साल 2025 में चारधाम यात्रा का आगाज 30 अप्रैल से होगा। जिसमें अब कुछ ही समय बचा है। 30 अप्रैल को सबसे पहले गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खोले जाएंगे। इसके बाद 2 मई के केदारनाथ के कपाट खुलेंगे। आखिर में 4 मई को भगवान बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे। चारों धामों के कपाट खुलने की तिथियों की घोषणा के बाद देशभर में चारधाम यात्रा को लेकर उत्साह बढ़ा है। देश के कोने कोने से भक्त चारधाम यात्रा करने के लिए उत्तराखंड पहुंचते हैं। उत्तराखंड में 6 महीने तक चारधाम के कपाट खुले रहते हैं। इस दौरान लाखों श्रद्धालू आस्था के इन केंद्रों पर दर्शनार्थ पहुंचकर पुण्य कमाते हैं।