राष्ट्रीय

टाटा पावर महाकुंभ मेले में सौर ऊर्जा अपनाने को प्रोत्साहित करते हुए भारत के स्वच्छ ऊर्जा आंदोलन को दे रही है गति 

प्रयागराज। आध्यात्मिक जागरण के लिए महाकुंभ मेले में आए हुए लाखों लोगों के साथ, टाटा पावर – अक्षय ऊर्जा, पारेषण और वितरण तथा उत्पादन भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक कंपनी नए बदलाव की शुरूआत कर रही है – ऐसा बदलाव जो सूर्य की असीम ऊर्जा से संचालित होगा। टाटा पावर ने महा कुंभ मेले में सौर ऊर्जा अपनाने और इसके लागत लाभों पर शिक्षा और जांच-पड़ताल के लिए एक डेडिकेटेड ज़ोन बनाए हैं, साथ ही ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन भी चलाए जा रहे हैं। कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि महाकुंभ में आने वाले भाविकों को इस बात की अच्छी जानकारी हो कि सौर ऊर्जा उनके घरों को कैसे बदल सकती है और सौर ऊर्जा अपनाने से बिजली के बिल कम हो सकते हैं। 1 करोड़ घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करने का लक्ष्य लेकर शुरू की गयी पीएम सूर्य घर योजना के साथ आगे बढ़ते हुए, टाटा पावर 2027 तक 10 लाख घरों को छत पर सौर ऊर्जा समाधानों से बिजली देने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘सौर ऊर्जा का महाकुंभ’ मिशन का उद्देश्य ऊर्जा स्वतंत्रता की ओर बदलाव लाना है।

275 से अधिक शहरों में 550 से अधिक चैनल भागीदारों और 200 से अधिक शहरों में 225 से अधिक अधिकृत सेवा भागीदारों के मज़बूत राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के साथ, टाटा पावर पहले से ही भारत की सबसे भरोसेमंद स्वच्छ ऊर्जा सहयोगी है। कंपनी ने 95,000 से अधिक आवासीय ग्राहकों सहित 1.19 लाख से अधिक घरों और व्यवसायों को सफलतापूर्वक बिजली प्रदान की है, और सभी के लिए सौर ऊर्जा को अपनाना आसान और अधिक किफायती बनाने के लिए 20 से अधिक प्रमुख वित्तीय संस्थानों के माध्यम से लचीले वित्तपोषण समाधान भी मुहैया किए हैं।

महाकुंभ ने लाखों लोगों को आस्था के साथ जोड़ा है, टाटा पावर भी उन्हें स्थिरता के प्रति साझा प्रतिबद्धता में एकजुट कर रही है। लोगों को अपनी खुद की बिजली पैदा करने, अपने बिजली के बिलों को कम करने और हरित ऊर्जा समाधानों के माध्यम से अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सक्षम बनाकर, टाटा पावर प्रोस्यूमर्स (उत्पादक + उपभोक्ता) की एक नई पीढ़ी का निर्माण कर रही है।

शुद्ध ऊर्जा में अग्रणी रहने के पिछले 100 सालों की विरासत को आगे बढ़ा रही टाटा पावर लोगों को भरोसेमंद, किफायती और भविष्य के लिए तैयार ऊर्जा समाधान प्रदान करके सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। एक ओर लाखों लोग गंगा में पवित्र डुबकी लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसा परिवर्तन हो रहा है – जो घरों को रोशन करेगा, आकांक्षाओं को ऊर्जा देगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए भारत के ऊर्जा भविष्य की नयी परिभाषा रचेगा।

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