
देहरादून/ बीते सप्ताह पौंधा भूमाफिया प्रकरण को लेकर एक तरफ आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी ने आरटीआई के जरिए इस भूमि संबंधी दस्तावेज मांगे थे। एडवोकेट विकेश नेगी के अनुसार यह कृषि भूमि है। यह पहले हरिजन के नाम थी और बाद में यह सरकार के अधीन रही। अब इसमें निजी कालोनाइजर शामिल हो गया। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि इस जमीन पर लगभग डेढ़ हजार पेड़ थे, जो बिना अनुमति जमीन खुर्द-बुर्द के साथ ही अवैध तरीके से डेढ़ हजार पेड़ काट दिये गये। एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक यहां प्लाट खरीदने वालों में उत्तराखंड के कई मौजूदा आईएएस, आईपीएस, पूर्व आईएएस, समेत कई अन्य नौकरशाह और हाई प्रोफाइल लोग शामिल हैं। एडवोकेट विकेश नेगी के अनुसार यह जमीन सरकार में निहित होनी थी लेकिन दबाव के तहत अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
दूसरी तरफ अजय गोयल ने इस प्रकरण का खंडन करते हुए कहा, विभिन न्यूज चैनल, यूट्यूबर, प्रिंट मीडिया के साथियों ने मुझे संज्ञान कराया है कि कथित एक विकेश सिंह नेगी स्वंभू आरटीआई एक्टिविस्ट नामक व्यक्ति, मुझ अजय गोयल द्वारा ग्राम पौंधा में एससी माथुर के विरुद्ध की गई शिकायत को आधार बनाकर तथ्य विहीन समाचार प्रकाशन के लिए प्रेस रिलीज जारी की है। इस विवाद का निराकरण विधिक रूप से हो चुका है। नेगी का कृत्य भारतीय प्रौद्योगिकी अधिनियम-2000 के सुसंगत प्रावधानों का उल्लघंन कर डिजिटल मीडिया ब प्रिंट मिडिया को भ्रामक खबर फैला कर सनसनी पैदा करना नेगी द्वारा अपने अवैध लाभ अर्जित करने वाला कृत्य है। यदि नेगी के विरुद्ध कोई कानूनी कार्यवाही किसी पक्षकार द्वारा की जाती है। तो उसकी पूर्ण जिम्मेवारी विकेश नेगी की होगी।