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आखिर क्यो हो रहा पाकिस्तान पैसे पैसे को मोहताज ?

इस्लामाबाद : पाकिस्तान किस खराब हालत से गुजर रहा है, उसका नजारा चौतरफा दिख रहा है। दुकानों को जल्दी बंद करने के आदेश हैं। ताकि बिजली की खपत कम से कम की जा सके। शादी-ब्याह में ज्यादा गेस्ट को बुलाने पर भी सरकार ने रोक लगा रखी है। पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। वहां के अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट कहतीहै कि पाकिस्तान पर पिछले साल मार्च तक ही करीब 43 लाख करोड़ का कर्ज था। इमरान खान के पीएम रहते सबसे ज्यादा कर्ज लिया गया। 3 साल में इमरान खान की सरकार ने 1400 करोड़ का कर्ज अपने देश पर लाद दिया। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी लगातार सिकुड़ता जा रहा है। ये अब सिर्फ 5.8 अरब डॉलर रह गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि देश गंभीर हालात से गुजर रहा है।

पाकिस्तान की माली हालत बहुत खराब है। लोग अनुमान लगा रहे हैं कि उनका मुल्क भी श्रीलंका जैसी हालत में पहुंच सकता है। इस खराब माली हालत का खामियाजा वहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ताजा खबरों के मुताबिक पाकिस्तान सरकार के पास कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं हैं। आम जनता 150 रुपए किलो आटा और 10000 रुपए के रसोई गैस सिलेंडर की कीमत से जूझ रही है। आम लोगों के घर में दो जून की रोटी मिलना दुश्वार हो गया है। पाकिस्तान के जल्दी ही श्रीलंका की राह पर चलने के आसार दिख रहे हैं। हालत ये है कि रेलवे के पास महज 3 हफ्ते के डीजल का स्टॉक है। अगर ये स्टॉक नहीं बढ़ा, तो पाकिस्तान में ट्रेनों के चलने पर भी रोक लग जाएगी।

पीएम शहबाज शरीफ ने वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ और चीन से मदद की गुहार लगाई थी। वर्ल्ड बैंक ने मदद के बदले में कई नीतियों को बदलने के लिए कहा था। पाकिस्तान सरकार ने इन नीतियों को नहीं बदला है। इसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं और कर्ज नहीं दे रही हैं। वहीं, पुराने दोस्त चीन ने भी फिलहाल हाथ खड़े कर दिए हैं। सऊदी अरब और यूएई से भी पाकिस्तान ने काफी कर्ज ले रखा है। इन देशों का कर्ज भी वो चुका नहीं पा रहा।

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