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आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया एवं वन विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही का आकस्मिक रूप से निरीक्षण किया |

बिजनौर – जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा बिजनौर में आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया एवं वन विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही का आकस्मिक रूप से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट द्वारा गुलदार को ट्रैक कर उसे पकड़ने के लिए किस भी प्रकार की समुचित रणनिति न बनाए जाने तथा ट्रेंकुलाइजर के लिए अपेक्षित संख्या में डॉक्टर्स न होने तथा अन्य संसाधन का अभाव पाए जाने पर उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए समुचित रणनीति बनाएं और सर्चिघ टीमों की संख्या में भी वृद्धि करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन उनको भरपूर सहयोग करने के लिए तत्पर है, उनको जिस सामग्री अथवा संसाधन की आवश्यकता होगी उसकी सूची उन्हें उपलब्ध कराएं ताकि उनका यथाशीघ्र प्रबंध किया जा सके।जिलाधिकारी श्री मिश्रा आज पूर्वाहन में ग्राम जलालपुर सुल्तान स्थित शिव मंदिर में कैम्प किए हुए वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया एवं वन विभाग के अधिकारियों द्वारा आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।उन्होंने कहा कि जिले में आदमखोर गुलदार का आतंक बना हुआ है, उसको पकड़ना नितांत आवश्यक है ताकि जनसामान्य में उसके भय का अंत हो सके और लोग खेतों में आसानी के साथ आवागमन कार्य कर सकें। उन्होंने वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया की टीम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए परफेक्ट स्ट्रेटजी बनाएं और ड्रोन कैमरांे का भी आवश्यक रूप से प्रयोग करें, इसके अलावा फिक्स कैमरे भी जगह जगह ट्रेकिंग के लिए लगाए जाएं। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि टीमों की संख्या बढ़ाएं और हर टीम के साथ एक वेटरनरी डॉक्टर को भी शामिल करें ताकि वह ट्रेंकुलाइजर गन में प्रयोग किए जाने वाले ट्रेंकुलाइजर की समुचित मात्रा का निर्धारण कर सके। उन्होंने टीम के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि किसी भी अवस्था में गुलदार की ट्रैकिंग अथवा कांबिंग के लिए टीम के सदस्य बिना हेलमेट, गर्दन एवं चेस्ट कवर के बिना क्षेत्र में जाने का साहस न करें क्योंकि गुलदार का वार सिर, गर्दन एवं सीने पर ही अधिकतर होता है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गुलदार से बचाव के लिए व्यापक रूप से प्रचार प्रसार करें और पंपलेट आदि का वितरण कराएं। उन्होंने उप जिलाधिकारी एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी को निर्देशित किया कि ट्रस्ट द्वारा जो भी टीमें बनाई जाए उसमें पुलिस एवं राजस्व विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को निश्चित रूप से शामिल किया जाए और जिस पुलिसकर्मी को भी टीम में रखा जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि उप जिलाधिकारी ग्राम सुरक्षा समितियों को क्रियाशील करें और उन्हें गुलदार से बचाव का प्रशिक्षण उपलब्ध कराएं तथा टीम के सदस्यों के सहयोग के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी उपलब्ध कराएं।जिलाधिकारी श्री मिश्रा द्वारा इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीण बंधुओं का आह्वान किया गया कि जंगल में किसी भी अवस्था में अकेले न जाएं और जरूरत पड़ने पर ही खेतों में लाठी-डंडे लेकर ग्रुप के साथ जाएं ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि का खतरा न होने पाए। उन्होंने ग्राम वासियों को सलाह दी कि जंगल, खेत में जाते वक्त हेलमेट, गर्दन व सीने के बचाव के लिए कवर का प्रयोग करें ताकि गुलदार के अचानक किए गए हमले से उनकी जान सुरक्षित रहे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि गुलदार को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की जाने वाली कार्रवाइयों में सहयोग प्रदान करें और गुलदार से सुरक्षित रहने के लिए भी सुरक्षात्मक उपायों का प्रयोग करें।इस अवसर पर डीएफओ मुरादाबाद सूरज कुमार, उप जिलाधिकारी नगीना शैलेंद्र कुमार, सीओओ पुलिस संग्राम सिंह एसडीओ वन ज्ञान सिंह, वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सदस्य सहित वन एवं पुलिस विभाग के अधिकारी तथा ग्रामीण मौजूद थे।

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