
देहरादून : तुलाज़ इंस्टीट्यूट में ‘इनोवेशन डिज़ाइन एंड एंटरप्रेन्योरशिप’ (आईडीई) पर दो दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड के सभी जिलों से आए शिक्षा अधिकारियों ने भाग लिया। यह कार्यशाला कॉलेज परिसर में एक गहन और नवाचार-केंद्रित सीखने के अनुभव के रूप में संपन्न हुई। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में अजीत सिंह भंडारी, डिप्टी एसपीडी, उत्तराखंड, एवं आशीष त्रिपाठी, रीजनल कोऑर्डिनेटर, इनोवेशन सेल, एआईसीटीई, शिक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली ने शिरकत की।

डॉ. रूचि, गौतम पंत (एंटरप्रेन्योरशिप एजुकेटर, वाधवानी फाउंडेशन) और डॉ. सत्येंद्र पटनायक (एजुकेशन कंसल्टेंट) सहित वाधवानी फाउंडेशन के आंतरिक विशेषज्ञों द्वारा प्रमुख सत्रों का संचालन किया गया। दो दिवसीय कार्यशाला में डिज़ाइन थिंकिंग, मानव-केंद्रित समस्या समाधान, इनोवेशन इकोसिस्टम, स्टूडेंट स्टार्टअप इंटरैक्शन और स्कूलों में एंटरप्रेन्योरशिप जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।
संस्थान की नेतृत्व टीम—डायरेक्टर शैलेंद्र कुमार तिवारी, अतिरिक्त निदेशक डॉ. निशांत सक्सेना, डॉ. त्रिपुरेश जोशी और अभिषेक चक्रवर्ती—ने कार्यक्रम के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया। कार्यशाला का समन्वयन अतिरिक्त निदेशक डॉ. निशांत सक्सेना और डॉ. त्रिपुरेश जोशी द्वारा, बतौर नोडल सेंटर कोऑर्डिनेटर्स, सफलतापूर्वक किया गया। यह पहल उत्तराखंड में नवाचार आधारित शिक्षा और भविष्य-उन्मुख स्कूल नेतृत्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।



