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चमोली जिले के गैरसैंण तहसील के अन्तर्गत कुनीगाड़ में अध्यापक की जली हुई लाश मिलने से हड़कंप

चमोली । चमोली जिले के थाना गैरसैंण के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज कुनीगाड में सोमवार को विद्यालय के प्रांगण में शिक्षक का अधजला शव पड़े होने की सूचना मिलने से क्षेत्र में सनसनी मच गई। जिसके बाद थाना गैरसैंण को मिली सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए कर्णप्रयाग भेज दिया है। घटना की सूचना शिक्षक के परिजनों को भी दे दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार राजकीय इंटर कॉलेज कुनीगाड में अंग्रेजी विषय के प्रवक्ता कनक लिंगवाल उम्र 48वर्ष, निवासी-ददूली, तहसील-देवप्रयाग, जनपद-टिहरी का अधजला शव पुलिस भर्ती की तैयारी के लिए शारीरिक अभ्यास को स्कूल मैदान में पंहुचे स्थानीय युवकों ने सोमवार सुबह 8 बजे विधालय के प्रांगण में पडा हुआ देखा,तो वो बुरी तरह घबरा गये।ओर इसकी सूचना ग्रामीणों को दी जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी थाना गैरसैंण को दी जिसके बाद लगभग 9:30 बजे थाना अध्यक्ष जयपाल नेगी, चौकी प्रभारी मेहलचौरी बिशनलाल व सब इंस्पेक्टर सुमित बंधानी ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए कर्णप्रयाग भेज दिया।
उधर पुलिस ने मौके से एक पांच लीटर डीजल का गैलन बरामद कर कब्जे में लिया है। वहीं स्कूल के सीसीटीवी फुटेज के अनुसार शिक्षक छुट्टी के दिन रविवार को सुबह लगभग 11 बजे अकेले ही विद्यालय पहुंचे थे,जहां संभवत उन्होंने डीजल डालकर आग लगा ली। विद्यालय एकांत स्थान पर स्थित है, जहां 1 किलोमीटर दूर तक कोई आबादी ना होने से घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को नहीं लग पाई। पुलिस ने बताया कि शिक्षक के कमरे की मकान मालिक के सहयोग से छानबीन की गई, लेकिन कोई सुसाईड नोट या अन्य साक्ष्य नहीं मिला है।
वहीं घटना को लेकर सोशल मीडिया में एक पेज वायरल हो रहा है,जिसे शिक्षक द्वारा 24 फरवरी 2025 को लिखा गया है,जिसमें 2019- 20 से अब तक लगभग चार विद्यालयों के शिक्षकों पर मानसिक उत्पीडन की बात लिखी गयी है।वहीं उनकी समस्याओं के 15 दिन के भीतर समाधान न होने पर आत्महत्या करने की बात लिखी गई है।उल्लेखनीय है कि पूर्व के तीन विधालय टिहरी गढ़वाल जिले के अलग-अलग स्कूलों के शिक्षकों नाम लिखे गये हैं। लेकिन पत्र में उत्पीड़न का कोई स्पष्ट कारण नहीं लिखा गया है।
वहीं मामले को लेकर शिक्षक का पूर्व में आक्रामक व्यवहार व कुनीगाड विद्यालय में की गई तोड़फोड़ की घटनाओं को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों सहित अभिभावक ने शिक्षक के स्थानांतरण की मांग की थी, जिसको लेकर शिक्षा विभाग के महानिदेशक सहित जिला शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी को भी पत्र लिखे गए थे।लेकिन तब मामले में कोई भी कार्रवाई न होने से विद्यालय में चल रहे तनावपूर्ण माहौल के कारण एक बड़ा हादसा देखने को मिला है।जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में गहरी नाराजगी भी व्याप्त है। शिक्षक के मानसिक रूप से परेशानी के चलते आक्रामक व्यवहार को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं सुनने को मिल रही हैं,कुछ दिनों पूर्व टिहरी में चल रहे मामले को लेकर पुलिस की टीम उन्हें अपने साथ ले गई थी। संभवतः इन्हीं तमाम कारणों के चलते शिक्षक अक्सर तनाव में रहते थे।

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