चमोली: दशोली विकासखंड स्थित खैनूरी गांव के तीन निराश्रित भाई बहनों की दुखभरी कहानी दिखाई गई थी। जिसने भी यह वीडियो देखा वह अपने अंशुओ को नहीं रोक पाया। अब वीडियो वाइरल होने के बाद लोगो इन भाई बहिनों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रहें हैं। ऐसे में चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने भी मामलें का संज्ञान लेते हुए आज रविवार को ही प्रशासन की टीम बच्चो का हालचाल जाननें के लिए खैनूरी गांव भेजी। डीएम ने बताया कि बच्चो के भरण पोषण और पढ़ाई लिखाई के लिए प्रतिमाह स्पॉन्सरशिप स्कीम के तहत 8000 रुपये दिए जाएँगे।
चमोली ज़िले के दशोली विकासखंड स्थित खैनूरी गाँव निवासी 16 वर्षीय संजना की माँ का देहांत तब हो चुका था जब वह बहुत छोटी थी, उसके पीछे उसकी छोटी बहिन साक्षी 14 और आयुष 10 वर्ष की घरेलू जिम्मेदारियों का बोझ संजना और और उसके पिता के ऊपर था। बीतें अक्टूबर माह में संजना के पिता नैन सिंह का भी बीमारी के चलते निधन हो गया। जिसके बाद यह तीनो भाई बहिन अनाथ हो गयें, और पिता की मौत के बाद संजना के ऊपर अपने छोटे भाई और बहिन की भरण पोषण की जिम्मेदारी आ गई। संजना अभी अपने ही गांव के सरकारी इंटर कालेज में दसवीं की छात्रा हैं। साथ ही उसकी छोटी बहिन साक्षी कक्षा 9 और भाई आयुष गांव के ही प्राइमरी स्कूल की चौथी क्लास में अध्यनरत हैं।
मामला प्रकाश में आतें ही चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने पूरें मामलें का संज्ञान लेते हुए आज रविवार को ही जिला बाल कल्याण समिति और तहसील प्रशासन चमोली की टीम खैनूरी गांव भेजी।
जहाँ पहुंचकर टीम ने बच्चों का हाल जानने के साथ बाल कल्याण समिति द्वारा बच्चों की काउंसलिंग भी की गई। टीम के द्वारा बच्चों को गांव की ही एक दादी के साथ रखने पर सहमति बनाई गई। तथा बच्चों को सरकार द्वारा दी जाने वाली स्पॉन्सरशिप सहायता के लिए तहसीलदार को आय प्रमाण पत्र और संजना के माता पिता के मृत्यु प्रमाण पत्र जल्द बनाए जाने को लेकर डीएम के द्वारा निर्देशित किया गया। जिसके बाद बच्चो को सरकार की स्पॉन्सरशिप सहायता से जोड़ दिया जाएगा, जिसमें दो बच्चों को प्रतिमाह कुल 8000 की धनराशि भरण पोषण हेतु बाल विकास विभाग द्वारा दी जाएगी। साथ ही तहसील प्रशासन के द्वारा बच्चो को खाद्यान सामग्री भी उपलब्ध कराई गई हैं।