कार में जलकर 4 लोगों की मौत
- शहनाई वाले घर में मची चीख-पुकार
- दूल्हे ने जताई थी हादसे की आशंका
झांसी। शुक्रवार की कार में जलकर दूल्हे सहित चार लोगों की मौत के बाद दो परिवारों में मातम पसरा है। दुल्हन के घर के लोग इंतजार करते रहे लेकिन आई तो दूल्हे और परिवार के तीन अन्य लोगों की मौत की खबर। इधर, दूल्हे के घर में बारात को विदा करने के बाद दुल्हन के आगमन को लेकर तैयारियां चल रही थीं, उन खुशियों पर भी वज्रपात हो गया। शनिवार को दोनों परिवारों में चीख-पुकार मची रही। वहीं, इस घटना के बारे में जिसने भी सुना, अवाक रह गया।
बता दें कि एरच थाना क्षेत्र के ग्राम बिलाटी करके निवासी आकाश (25) अहिरवार पुत्र संतोष अहिरवार की बारात बड़ागांव थाना क्षेत्र के छपार के निकली थी। शुक्रवार रात लगभग 10 बजे दूल्हा घुड़चड़ी के बाद बारातियों के साथ रवाना हुआ। गुरसराय निवासी दूल्हे के जीजा राहुल अहिरवार ने बताया कि वह पहले से ही लेट हो चुके थे। रात लगभग 10 बजे तक बारात नहीं पहुंचने से परेशान ससुराल पक्ष की तरफ से दूल्हे आकाश के पास फोन आया। आकाश ने कहा कि हम निकल रहे हैं, डेढ़ घंटे में पहुंच जाएंगे। उसी हिसाब से ससुराल में तैयारी भी शुरू कर दी हुई थी।
आकाश अपने गुरु जयकरण की सीएनजी कार से बारात लेकर निकल गया। कार में दूल्हे के साथ उसका बड़ा भाई आशीष (45), 4 साल का भतीजा मयंक, चचेरा भाई गरौठा निवासी 30 वर्षीय रमेश और एरच निवासी फुफेरा भाई रवि (30) बैठे हुए थे। राहुल ने बताया कि बड़ागांव पहुंचने से पहले दूल्हे ने उसे फोन कर कहा कि उनके पीछे एक ट्रक लहराकर आ रहा है। साइड देने पर भी आगे नहीं निकल रहा। तब उन्होंने कहा कि उसको निकल जाने दो। कुछ देर के बात उनको पीछे से किसी गाड़ी के टकराने की आवाज आई।
राहुल के मुताबिक, गाड़ी रोककर वह पीछे गए तो देखा कि दूल्हे की गाड़ी में पीछे से उस ट्रक ने टक्कर मार दी थी। कांच तोड़कर दो लोगों तो बाहर निकाल लिया पर देखते ही देखते कार और ट्रक में भयानक आग लग गई। इसके बाद किसी और को बाहर नहीं निकाल सके। आग तेज तेज होने के कारण उनकी आंखों के सामने ही मासूम सहित चार लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। बताया कि कार में 2 लाख से ज्यादा के जेवरात भी रखे हुए थे, जो खाक हो गए।मृतक दूल्हा आकाश के जीजा ने बताया ससुर संतोष अहिरवार के दो बेटे, एक बेटी है। बेटी की शादी हो चुकी है। दोनों लड़के उनके साथ ही राजमिस्त्री का कम करते हैं। उनके घर में ये आखरी शादी थी। दोनो घरों में शादी की शहनाइयों की जगह रोने और बिलखने की आवाजें आ रही हैं।
मृतक जयकरण के चचेरे भाई दीपक के मुताबिक जयकरण तंत्र विद्या का काम करते थे, कुछ दिन पहले आशीष अपनी किस समस्या को लेकर जयकरण के पास गया था। उसकी समस्या का हल हुआ तो आशीष ने तांत्रिक जयकरण को अपना गुरु बना लिया। गुरु-चेले की इतनी बनने लगी कि दोनों एक दूसरे से बिना पूछे कोई काम भी नहीं किया करते थे। जयकरण के चचेरे भाई ने बताया कि उनका भाई जयकरण गांव से बाहर कभी किसी शादी विवाह में नहीं जाता था, लेकिन शादी आशीष की थी, इसलिए वह अपनी कार खुद चलाकर जा रहा था।
वहीं एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि रात 1 बजे उनको घटना की जानकारी मिली थी, जिसके बाद फोर्स के साथ पहुंचे। फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझाई गई। शवों को निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। बताया कि दो लोगों को कार से बाहर निकाला गया है। उनका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। प्रथम दृश्य घटना का कारण टक्कर होने के बाद सीएनजी गैस सिलेंडर के फटने से आग फैलना समझ में आ रहा है। फिर भी फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच कराई जा रही है।