देहरादून। हरिद्वार के विशिष्ट सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में स्थित ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ में ‘फिलिप्स एजुकेशन’ द्वारा ‘मिलिंग स्पेशलिस्ट’ कोर्स का प्रशिक्षण हाल ही में आयोजित किया गया। छात्रों के पहले बैच ने यह प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। उनका दीक्षांत समारोह आज मनाया गया। उन्नत विनिर्माण समाधानों में वैश्विक अग्रणी फिलिप्स कॉर्पोरेशन की फिलिप्स एजुकेशन एक पहल है। इस संस्थान द्वारा विनिर्माण क्षेत्र से संबंधित कौशल हासिल करने के लिए पाठ्यक्रम संचालित किये जाते हैं। वे उद्योग में कौशल अंतर की सबसे बड़ी चुनौती का समाधान करते हैं। ‘फिलिप्स एजुकेशन’ के इस ‘उत्कृष्टता केंद्र’ को विश्व बैंक से अनुदान प्राप्त हुआ है। इस केंद्र का उद्घाटन सितंबर 2023 में उत्तराखंड के कौशल विकास और रोजगार मंत्री सौरभ बहुगुणा ने किया था। देहरादून स्थित उत्तराखंड कौशल विकास कार्यालय में यह दीक्षांत समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया। इस अवसर पर ‘सीओई’ के पहले बैच के समापन का जश्न मनाया गया। कैबिनेट सचिव विजय यादव द्वारा प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र प्रदान किये गये। इस कार्यक्रम में फिलिप्स एजुकेशन के वैश्विक अध्यक्ष रक्षित केजरीवाल, संचालन उपाध्यक्ष कर्नल अंकुर सभरवाल, संचालन उपाध्यक्ष सुधाकर अंबोरे,प्रशिक्षक रजत बाली, विकास शर्मा और मुकेश कुमार सिंह, विशिष्ट सरकारी आईटीआई के प्रधानाचार्य नितीन कुमार शर्मा, तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
‘मिलिंग’ में प्रशिक्षण पूरा करने से पहले ही सभी 13 छात्रों को रोजगार के अच्छे अवसर मिले। इस समारोह में इस प्रदर्शन की सराहना भी की गई।
इस अवसर पर बोलते हुए, सौरभ बहुगुणा ने कहा कि सीओई के इस पहले बैच में प्रत्येक छात्र को पहले ही कंपनी के साथ रखा जा चुका है, यह बात विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की गुणवत्ता, उद्योग-प्रासंगिक पाठ्यक्रम की प्रासंगिकता और प्रत्येक प्रशिक्षु की क्षमता सुनिश्चित करती है। हम इन छात्रों में से प्रत्येक को उनके भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि हमारा सीओई ऐसे मेधावी छात्रों को तैयार करता रहेगा।
फिलिप्स एजुकेशन के वैश्विक अध्यक्ष रक्षित केजरीवाल ने कहा कि इस पहल के पीछे हमारा दृष्टिकोण रोजगार क्षमता बढ़ाना और उत्तराखंड के विनिर्माण क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद करना है। हमें गर्व है कि यह दृष्टिकोण हमारे ‘सीओई’ के उद्घाटन के कुछ महीनों के भीतरही सफल रहा। कर्मचारियों को सशक्त बनाने और विनिर्माण क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की एक नई पीढ़ी को बढ़ावा देने की हमारी परिवर्तनकारी यात्रा का यह शुरुआती बिंदु है।
यह भारत में ‘फिलिप्स एजुकेशन’ का दूसरा ‘उत्कृष्टता केंद्र’ है। इससे पहले संस्थान ने भुवनेश्वर में भी एक सीओई शुरू किया था। ‘उद्योग 4.0’ की प्रगति हासिल करने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए मलेशिया सरकार के साथ भी संगठन सहयोग कर रहा है। दो महीने पहले, फिलिप्सने कतर डेवलपमेंट बैंक के साथ साझेदारी की और कतर के पहले विनिर्माण सीओई का उद्घाटन किया। यह परियोजना मैकिन्से के नेतृत्व में शुरू की गई थी। इन सभी ‘उत्कृष्टता केंद्रों’ को दुनिया भर के कई क्षेत्रों में विनिर्माण क्षेत्र में आने वाली विभिन्न चुनौतियों को समझने और उनसे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए फिलिप्स एजुकेशन के प्रयासों के प्रतीक के रूप में देखा जा सकता है।